जमुई, खैरा प्रखंड अंतर्गत कव्वाल रहता गांव में गोवर्धन माँझी के ऊपर हुए हमले के खिलाफ आज कवाल फरिता में भाकपा माले शाखा कमिटि ने धरना प्रदर्शन किया.इस प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए बासुदेव राय ने कहा की नीतीश मोदी के न्याय के साथ विकास का नारा एक छलावा मात्र है. आज पूरे बिहार में दलितों पर दबंगों द्वारा लगातार हमला बढ़ गया है और सरकार मौन बैठी है. वही छात्र संगठन आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा की गोवर्धन माँझी पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए, पुलिस प्रशासन के कार्य नीति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि थाने अपराधियों को संरक्षण देती है. जिससे प्रदेश में अपराध बढ़ गईं.
वही मौके पर उपस्थित खैरा प्रखंड के सहायक सचिव सुधीर माझी ने कहा की 12 अगस्त के रात गोवर्धन माँझी के घर पर ईसो यादव, कामेश्वर यादव, मक्केश्वर यादव और किशोर यादव ने रात में गोवर्धन माझी और उनकी पत्नी के साथ मारपीट किया और जाति सूचक गाली गलौज उनकी पत्नी का इज्जत लूटने का प्रयास की किया और जब इसकी सूचना गोवर्धन माँझी 13 अगस्त को खैर थाना में सूचना देने पहुँचा तो उपस्थित पुलिस ने उन्होंने उन्हें डांट कर वापस भेज दिया. फिर 18 अगस्त को गोवर्धन मांझी ने एससी एसटी थाना जमूई में लिखित आवेदन दिया लेकिन आज तक इस आवेदन का संज्ञान लेने तक कोई भी पदाधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचा. वही मौके पर उपस्थित भाकपा माले माँगोबंदर शाखा कमेटी के अध्यक्ष सुभाष सिंह ने कहा की दलितों पर दबंगों द्वारा लगातार हमला हो रहा है लेकिन मोदी और नीतीश की सरकार इन को लेकर कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है.वही मौके पर उपस्थित प्रवीण पांडे ने कहा कि अगर गोबर्धन मांझी को न्याय नही मिली और अपराधियों की गिरफ्तारी नही हुई तो आने वाले दिनों में इस सवाल को लेकर खैरा थाना पर प्रदर्शन किया जाएगा. वही धरने पर उपस्थित धनेश्वर माँझी सुरेश माँझी भैरव मांझी अकलू माझी,मणि मांझी, गोवर्धन माँझी संजय माँझी जोगिंदर माँझी, शरण, डोमन माँझी हरिकांत माँझी सकलदेब माँझी प्रदीप माँझी सीताराम माँझी राजेश माँझी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.
मुकेश कुमार पासवान की रिपोर्ट