खैरा, डॉ कफील खान के गिरफ्तारी के खिलाफ और उनके रिहा के लेकर भाकपा माले के राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 19 जुलाई खैरा प्रखण्ड के माँगो बन्दर पंचायत में धरना दिया गया है. इस धरना की अध्यक्षता माँगो बन्दर शाखा कमीटी के संयोजन समिति के अध्यक्षता सुभाष सिंह ने किया धरना को सम्बोधित आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा
आज जब पूरे देश में मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति है। डॉक्टर मुल्कों की सीमा लांघ कर मानवता की सेवा के लिए एक देश से दूसरे देश में जा रहे हैं तब भारत में एक काबिल डॉ. को जेल में रखना पूरे दुनियां में देश की छवि खराब करने वाला कृत्य है उन्होंने आगे कहा कि जहाँ बिहार में कोरोना के साथ-साथ चमकी बुखार भी फैलने लगा है। हम सब जानते हैं कि चमकी बुखार के इलाज के लिए मशहूर डॉ. कफील खान जेल में हैं।
बिहार में जब कभी भी डॉक्टरों की जरूरत हुई है, डॉ. खान ने हमेशा आगे बढ़ कर अपनी सेवा दी है। मौके पर माले के वरिष्ठ नेता बसुदेव रे ने कहा कि भाजपा सरकार ने CAA-NRC विरोधी प्रोटेस्ट में शामिल होने की वजह से उनपर यह आरोप लगाते हुए जेल में डाल दिया कि डॉ. खान दो समुदायों के बीच बैमनस्यता फैला रहे थे। कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगा दिया गया। जो मोदी और योगी सरकार के फासिस्ट चरित्र को दर्शाता है, भाकपा माले योगी सरकार से ये माँग करती है, कि तत्काल कफील खान पर जो फ़र्जी मुकदमा किया गया है उसे वापस ले और अविलंब उन्हें रिहाय करें नही, तो आने वाले दिनों देशव्यपी आंदोलन किया जाए गया. इस कार्यक्रम में प्रबीन पाण्डे, चंद्र शेखर,सुनील भगत,विक्रम दास, उपेंद्र दास,निरंजन दास, डॉ उमेश यादब,रकीम अंसारी,मुन्ना दास,संजय दास, पप्पू रविदास,राजेश रविदास रवि कुमार,शांति देवी,विशपत राय, सुनील मिस्त्री,सुनील भगत,सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.
संवाददाता मुकेश कुमार पासवान की रिपोर्ट