चकाई, चंद्रमंडी थाना क्षेत्र के केवाल नोढ़िया गांव से 3 किलोमीटर दूर जंगल में एक 32 वर्षीय महिला का शव बरामद हुआ है। मृतका की पहचान केवल नोढिया गांव निवासी दिनेश शर्मा की पत्नी ललिता देवी के रूप में हुई है। मृतका के भाई गिरिडीह जिले के देवरी थाना क्षेत्र के गईधाताड़ गांव निवासी पिंटू राणा ने बताया कि मेरी बहन और बहनोई में शादी के बाद से ही हमेशा दहेज को लेकर लड़ाई झगड़ा होता रहता था। 2 महीना पहले ही मेरी बहन को विदा कर अपने घर ले गया था। दहेज को लेकर ही बहनोई और उसके परिवार वालों ने मिलकर मेरी बहन की हत्या कर दी है।
पिंटू राणा ने आगे बताया कि रविवार की सुबह 4:00 बजे उसके बहनोई दिनेश शर्मा अपने परिवार के साथ मेरी बहन ललिता देवी को लकड़ी काटने के लिए गांव से 3 किलोमीटर दूर जंगल में ले गए। वही सभी ने मिलकर धारदार हथियार से मेरी बहन की हत्या कर दिया है। वहीं मृतका के पिता टेकलाल राणा ने बताया कि मेरी बेटी की हत्या दहेज को लेकर की गई है। दमाद द्वारा मोटरसाइकिल और पैसे की हमेशा मांग की जाती थी। जिसको लेकर दोनों के बीच में लड़ाई होती रहती थी। इस मामले को लेकर कई बार पंचायत में फैसला भी हुआ, लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से दहेज की मांग को लेकर मारपीट होने लगी। घटना के बाद से महिला के ससुराल पक्ष के लोग गांव से फरार हो गए हैं। महिला के 3 बच्चे हैं। महिला के परिजनों ने महिला के ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया है। चंद्रमंडी पुलिस ने महिला के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल जमुई भेज दिया है।
कुमार नेहरू कि रिपोर्ट