जमुई जिला में प्रवासी मजदूरों के आने के बाद कोरोना महामारी का संख्या बढ़ते ही जा रहा है शासन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए बहुत ही कठिन चुनौती का समय है रोज प्रवासी लोगों का रेला जिले के अलग अलग प्रखंडों में पहुंच रहा है जिले के सभी प्रखंड के ग्राम वासी काफी चिंतित है. जिला में अभी तक 16 पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. अभी भी हजारों की संख्या में लोगों का आना होगा .जिले का शासन प्रशासन इसके लिए पूरी तरह अलर्ट है.
जमुई जिला के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया की बाहर से आने वाले प्रवासियों के लिए जिले में तीन कैटेगरी बनाया गया है. जिसको ग्रुप “ए” “बी” और “सी” में बांटा गया है. ग्रुप “ए” में ऐसे राज्यों को रखा गया है जो राज्य या शहर हाई अलर्ट पर है जैसे दिल्ली एनसीआर (फरीदाबाद गुड़गांव नोएडा ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद सहित पूरी दिल्ली) महाराष्ट्र गुजरात राजस्थान चेन्नई कोलकाता. इन जगहों से आए प्रवासियों एवं अन्य व्यक्तियों को प्रखंड क्वॉरेंटाइन में रखा जायेगा. इनका पंजीकरण कराकर स्पेसिंग के साथ 14 दिन तक प्रखंड क्वॉरेंटाइन कैंप में रखा जायेगा.
प्रखंड क्वॉरेंटाइन में पूर्व की भांति सभी व्यवस्था उपलब्ध रहेगी. ग्रुप बी और सी में ऐसे राज्यों को रखा गया है जहां पर संक्रमण का खतरा कम है या कम फैला है. ग्रुप बी और सी से संबंधित राज्यों से आए प्रवासियों एवं अन्य व्यक्तियों को 14 दिन के लिए होम क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा हालांकि अगर ग्राम पंचायत चाहे तो उनको स्कूल में या सरकारी बिल्डिंग में रहने का प्रबंध कर सकता है.वह भी होम क्वॉरेंटाइन ही माना जाएगा. आज से जो भी व्यक्ति ग्रुप “बी”, “सी” संबंधित राज्यों से आए हैं,या पहले से रह रहे हैं, उनको प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटर से चिकित्सीय जांच करके होम क्वॉरेंटाइन भेज दिया जाएगा अगर किसी भी तरह का सिंट्रोम पाया जाएगा तो उनको क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा ग्रुप बी और सी राज्यों से आने वाले वाले प्रवासियों का स्वास्थ्य विभाग द्वारा चेकअप करने के बाद ही होम क्वॉरेंटाइन में भेजा जाएगा .
होम क्वॉरेंटाइन में रह रहे पंजीकृत प्रवासियों को भी ₹1000 की सहायता राशि दी जाएगी.