जमुई, तीनों कृषि कानून के खिलाफ 45 दिन से दिल्ली के सीमाओं पर जमे किसान और सरकार के बीच आठवीं दौर की वार्ता विफल रही है.किसान आंदोलन के समर्थन में और किसान विरोधी तीनों बिल के खिलाफ जमूई कचहरी चौक अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा अनिश्चितकालीन आंदोलन के आज दूसरा दिन जारी रहा. सभा की अध्यक्षता बासुदेव राय ने किया.सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव शम्भू शरण सिंह ने कहा की सरकार इतनी निर्दय और संवेदनहीन हो चुकी है कि जिस किसान के खेतो से उपजा अनाज से संघ और भाजपा के लोग पेट भरते हैं.उसी किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए संपूर्ण भाजपा ब्रिगेड लगे हुए हैं.
धान ओने पौने दाम पर खुले बाजार में बेचने पर विवश है किसान-बाबू साहब
किसानों ने कहा यह लड़ाई आजादी की दूसरी लड़ाई है और इस लड़ाई में हम किसान मरेंगे या जीतेंगे. मुझे विश्वास है इस लड़ाई में किसान जीतेंगे.आगे सभा को संबोधित करते हुए आइसा प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा डबल इंजन नीतीश सरकार भी किसानों को गुमराह कर रही है.पैक्स और व्यापार मंडल द्वारा किसानों का धान नहीं लेने के कारण किसान मजबूर होकर अपनी जरूरत के लिए धान को बाजार में ओने पौने दाम पर बेचने के लिए मजबूर है.लेकिन सरकार उस व्यापार मंडल और पैक्स अध्यक्षों पर कोई कानूनी कार्यवाही करने के लिए तैयार नहीं है. हम इस धरने के माध्यम से सरकार से यह मांग कर रहे हैं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदारी किया जाए जो व्यापार मंडल या पैक्स अध्यक्ष किसानों की धान की खरीदारी नहीं करती है उस पर कानूनी कार्यवाही किया जाये.
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वही धरने को सम्बोधित करते हुए इंकलाबी नोजवान के जिला प्रभारी जयराम तुरी ने कहा कि मोदी देश को अडानी ओर अंबानी के हाथों गिरवी रखना चाहता है.
वही सभा को सम्बोधित करते हुए कंचन रजक ने कहा कि जिस प्रकार ये देश के सरकारी संस्थओं को एक एक कर खत्म करने के बाद अब यह देश के किसानों के खेती को बेचना चाहते जो इस देश का किसान होने नही देगा चाहें उसके लिए जितनी भी कुर्बानी देनी पड़े.किसान देने के लिये तैयार है. धरने पर मौजूद सविता देवी,अनिल विश्वकर्मा, रामचरित्र सिंह, धनेश्वर साह, बिशुन तांती, दामोदर यादव, अर्जुन मांझी, वाजिद खान, चूर्ण मांझी, लटॉन तुरी, खेतों तुरी, भैरव राय, पोखन रॉय,सरवन साह सहित दर्जनों किसान मौजूद थे.
मुकेश कुमार पासवान की रिपोर्ट