जमुई/चकाई, पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त कार्रवाई में सोमवार को जसीडीह रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किए गए हार्डकोर नक्सली साहेब मांजी उर्फ अजीत मुर्मू उर्फ फक्कड़ काफी हार्डकोर नक्सली माना जाता है. इस पर बिहार झारखंड के विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक नक्सली घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज है. उसकी गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने जांच पड़ताल की तो उस पर चकाई थाना में एक ,खैरा थाना में एक, सोनो के चरकापत्थर थाना में एक एवं झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत भेलवाघाटी थाना क्षेत्र में दो दो नक्सली मामला दर्ज है.
सीआरपीएफ सूत्रों ने बताया कि कुख्यात नक्सली साहेब ने अपने दस्ते के साथ साल 2019 में चकाई थाना के गुरूरबाद में हमला कर गोलका अंसारी एवं उस्मान अंसारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वही वर्ष 2018 में उसने खैरा थाना के पाठकचक डैम से कुछ दूरी पर नक्सली घटना को अंजाम देने के लिए नक्सली सामग्री जुटाई थी. जिसे पुलिस ने जप्त कर लिया था. वही चरका पत्थर थाना के चिलखाकर जंगल में नक्सली घटना को अंजाम देने पहुंचे थे. इस दौरान वहां से भारी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद की गई थी. इसके साथ ही भेलवाघाटी थाना में भी उस पर दो मामले दर्ज हैं. नक्सली संगठन में एके-47 और इंसास लेकर चलने वाला साहेब काफी हार्डकोर माना जाता है. वह पूर्व में नक्सलियों के बड़े नेता सिद्धू कोड़ा के साथ काम कर चुका है.
फिलहाल वह बिहार झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय मतलू तूरी के साथ काम कर रहा था. गिरफ्तार साहब को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. इस अभियान में सीआरपीएफ 215 बटालियन के सहायक कमांडेंट अविनाश चंद्र राय, चकाई थाना अध्यक्ष राजीव तिवारी शामिल थे.
विकास कुमार लहेरी की रिपोर्ट