कोरोना वायरस के वजह से पूरे देश की अर्थव्यवस्था तितर बितर हो चुकी है. बिहार में प्रवासी मजदूरों का आना जारी है. जिस परेशानी को झेल कर वह बिहार वापस आए शायद वह दोबारा बाहर जाने से कई बार सोचेंगे या फिर वह ना ही जाए. आने वाले निकट भविष्य में बिहार में भी रोजगार से संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं इसी को ध्यान में रखते हुए नीतीश कुमार ने बिहार के व्यापारियों से अपील किया मुख्यमंत्री ने कहा
“बिहार के व्यवसायी वर्ग को नए उद्योग लगाने पर विचार करना चाहिए। सरकार हर संभव मदद को तैयार है.”
मुख्यमंत्री ने आज तीसरे दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 8 जिलों के 16 कोरनटाईन सेंटर का अवलोकन एवं निरीक्षण किया.
मुख्यमंत्री ने कहा बिहार में साइकिल जूता कपड़ा बेड फर्नीचर की असीम संभावनाएं हैं. हम उपभोक्ता राज्य भी हैं. हमारे पास बहुत बड़ा बाजार है बाजार के अनुरूप लोगों को उद्योग लगाने के लिए प्रेरित करें. इसके साथ ही उन्होंने भागलपुर और मुंगेर के सिल्क उद्योग के अपार संभावनाओं के बारे में बताया और कहा ‘भागलपुर और मुंगेर मे कपड़ा उद्योग खासकर सिल्क उद्योग की अपार संभावनाएं हैं. भागलपुर का सिल्क पूरी दुनिया में मशहूर है पहले यहां से सिल्क का निर्यात किया जाता था भागलपुर के इस उद्योग की क्षमता को पहचान कर आगे कार्रवाई किया जाएगा.’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रवासी मजदूरों से कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा बात करते हुए कहा “लोगों को बाहर काफी कष्ट हुआ हमारी इच्छा है कि लोगों को यही रोजगार मिले.किसी को अकारण बाहर नहीं जाना पड़े.हम सभी के रोजगार का यही व्यवस्था करेंगे. इससे बिहार का और विकास होगा सभी लोग बिहार के विकास में भागीदार बने”
मुख्यमंत्री ने साथ ही यह भी कहा “यही रहिए और काम करिए. सभी को उनकी स्किल के अनुरूप काम मिलेगा. यहां कोई भूखा नहीं मरता.”
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर कटिहार जमुई बक्सर जहानाबाद अरवल मुंगेर एवं बांका के जिलाधिकारियों से बात करके क्वॉरेंटाइन सेंटर का जायजा लिया.वहां रह रहे व्यक्ति को किसी भी तरह की असुविधा ना हो.इसके लिए सभी जिलाअधिकारियों से बात किया और आवश्यक निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने जमुई जिला के सिकंदरा स्थित आईटी केंद्र पर 23 मई को कोलकाता से आए दिव्यांग श्रमिक कैलाश रविदास से बात किया. जो कोलकाता में 25 सालों से चप्पल बनाने की फैक्ट्री में कार्य करता था. उसे राज्य सरकार द्वारा दिव्यांग पेंशन दिया गया. मुख्यमंत्री ने कैलाश रविदास से क्वॉरेंटाइन सेंटर में मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया और कहा आप चिंता मत करिए आपका ख्याल रखा जाएगा.
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का आगाज जगाया था.ऐसे में सभी राज्यों को भी आत्मनिर्भर होना पड़ेगा तभी हम अपनी अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सकेंगे.