खैरा प्रखण्ड के अंतर्गत दीपाकहर गाँव मे आज दिनांक 18.09.2020 को हड़खार पंचायत में गरीब भूमिहीनों को बास आवास को लेकर 5-5 डि. जमीन दो के सवाल को लेकर दीपाकरहर,सिरिसिया, बरदोन, के सैकड़ो आदिवासीयो ने भाकपा माले के नेतृत्व मे धरना दिया गया. धरना की अध्यक्षता भाकपा माले के जिला कमिटि के सदस्य रिझू बसकी ने किया. धरना को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खैरा के दीपाकहर गाँव के सैकड़ों आदिवासी परिवार के लोग जो सेकड़ो वर्ष से यहा बसे है. लेकिन सरकार उनहे आज वास के लिए पर्चा नही दिया गया. वही भाकपा माले के जिला सचिव शम्भू शरण सिंह ने कहा मोदी-नीतीश के सरकार बड़ी बड़ी वादे कर के जनता को गुमराह रही है. लेकिन सच्चाई इससे कोसो दूर है.
आज के स्थिति यह है, देश की आजादी के 70साल बाद भी आज देश के मूल वासी आदिवासियों को आज तक गुजर बसर करने और बसने के लिए इतनी बड़ी हिदुस्तान में दो गज जमीन तक नही दे पायी है उल्टे आदिवासियों को उजाड़ने के लिए संसद के अंदर कानून बना रहे है ये सरकार पूरी तरह फासिस्ट है.
मौके पर उपस्थित भाकपा माले जी जिला कमिटि सदस्य बासुदेब राय ने कहा कि गरीब आदिवासी मजदुरो ने आजादी के बाद जो भी संविधान में जो कुछ अधिकार मिला है उन सारे अधिकारों को ये मोदी सरकार दिन प्रतिदिन खत्म करने पर आमादा है जो यहा कि आदिवासी समाज खत्म नही होने देगा.
“धरनार्थियों के माँगपत्र लेने पहुचे राजस्व कर्मचारी रंजीत प्रसाद सिन्हा ने कहा कि आपके चार सूत्री मांगपत्र को अंचलाधिकारी तक पहुचाया जाएगा और आदिवासीयो का जमीन सम्बंधित जो भी समस्याएं है उसका समाधान किया जाएगा मांगपत्र में एक वासिगत पर्चा के लिए 128भूमिहीन व्यक्तियों की सूची दी गयी.
धरना में बुधन हेम्ब्रम, अनिल हेम्ब्रम,रमेश हेम्ब्रम, रमन हसदा,कैलास बास्के,बड़कू बेसरा,रामसहाय रविदास,जुन्स बास्के,दुर्गा बास्के,मंगला हसदा,दुर्गा हेम्ब्रम, सोमरा हासदा मोती हासदा, सहित सेकड़ो लोग उपस्थित थे.
मुकेश कुमार पासवान की रिपोर्ट