लक्ष्मीपुर/जमुई, एक तरफ सुबे की सरकार जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कई बड़ी-बड़ी अभियान चला रखी है. जनसंख्या नियंत्रण के साथ लड़का लड़की में भेद को समाप्त करने के लिए लड़की को बढ़ावा देने के लिए आरक्षण के साथ-साथ कई महत्वकांक्षी योजना को धरातल पर लाकर लड़की और लड़का मे अंतर को समाप्त करने के लिए लड़का से आगे करने के लिए हर एक तरह की सुविधा दी जा रही है.परंतु इस सच्चाई को आइना दिखा रही है.
लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दिगरा गांव जहां मासूम बच्ची को छोड़ कर इनके निर्दई माता पिता पंजाब चला गया है. बच्ची को अपने अन्य रिस्तेदार के विषय मे कोई जानकारी नही है. तीनों दर-दर भटक कर भीख मांग कर अपना पेट का भोजन जमा कर रही है. इसी क्रम में भीख मांगते मांगते लक्ष्मीपुर बाजार पहुंच गई. तीनो बच्ची जहां स्थानीय लोगों की मदद से स्थानीय थाना को सुपुर्द किया गया. मासूम बच्ची का पहचान दिगरा गांव निवासी नाम अनिल बिंद की पुत्री के रूप में किया गया. जिसका पता घर दिघरा थाना लक्ष्मीपुर जिला जमुई है. जिसे आरक्षी अधीक्षक प्रमोद कुमार मंडल के निर्देश पर चाइल्ड लाइन केयर को मेडिकल एवं करोना जांच के बाद सुपुर्द किया गया.
तीनों बच्चियों के पिता अनिल बिंद माता यशोदा देवी घर दिघरा थाना लक्ष्मीपुर है.पिता शराबी है पिता दोनो बेटा ओर पत्नी को लेकर पंजाब चला गया है.इन तीनो के अतिरिक्त 2 बहन और भी है जिसकी शादी हो गयी है.अनिल बिंद अपना सारा जमीन बेच दिया है.
लक्ष्मीपुर से सुनील कुमार की रिपोर्ट