बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को प्रधानमंत्री के साथ हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कोटा में फंसे छात्रों का मुद्दा उठाया.उन्होंने कहा कि ‘लॉक डाउन के लिए भारत सरकार का जो भी निर्णय होगा, हम लोग पालन करेंगे.जब तक इसमें संशोधन नहीं होगा, तबतक हम दूसरे राज्य से अपने लोगों को नहीं बुलाएंगे.
सीएम नीतीश कुमार इस तरह से दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को लाने का पहले भी विरोध कर चुके हैं. जब उत्तर प्रदेश ने कोटा से अपने छात्रों को बुलाने का फैसला लिया था तो नीतीश कुमार ने इसको ‘लॉक डाउन के साथ अन्याय’ कहा था.
बिहार के सीएम ने कहा, ‘हमारे पास एक जैसी नीति होनी चाहिए. छात्र हर जगह हैं. बात केवल छात्रों के बारे में भी नहीं है, आपको फंसे हुए प्रवासी मजदूरों के बारे में सोचना है लेकिन जब एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा पर प्रतिबंध लगा है तो आप कैसे इसकी (छात्रों को लाने की) इजाजत दे सकते हैं?’