सोनो नक्सल प्रभावित थमहन पंचायत इन दिनों डायरिया की चपेट में है. यहां के थमहन, गढ़टांड गांव में डायरिया फैला है. दर्जनों लोग इस बीमारी से आक्रांत है. वहीं थमहन में शुक्रवार देर शाम को दो सगी बहनों की मौत भी हो गई है. डायरिया फैलने से पूरे गांव में अफरा-तफरी की हालत बनी है. ग्रामीण चिकित्सकों से इन मरीजों का इलाज किया जा रहा है पर हालत बिगड़ने पर थमहन निवासी सुरेश यादव की पत्नी 35 वर्षीय गीता देवी,बेटी आठ वर्षीय ममता कुमारी व छह वर्षीय गोलो कुमारी को शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया.
इनमें ममता कुमारी व गोलो कुमारी को बेहतर इलाज के लिए जमुई रेफर किया गया. लेकिन देर शाम दोनों की मौत हो गई. मुखिया प्रतिनिधि गजन यादव ने बताया कि थमहन,गढ़टांड गांव डायरिया से आक्रांत मरीजों की संख्या तकरीबन दो दर्जन के आसपास होगी. स्वास्थ्य विभाग को भी जानकारी दी गई. लेकिन मेडिकल टीम नहीं पहुची. गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हुआ है.
मृतका के पिता ने लगाया अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप
मृतका ममता व गोलो के पिता सुरेश यादव ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. रोते हुए सुरेश ने बताया कि शुक्रवार को इलाज के लिए सभी को सोनो अस्पताल लाया गया. लेकिन अस्पताल में मौजूद डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों ने उन लोगों को नहीं देखा. काफी देर बाद इलाज शुरू हुआ तो सलाइन का बोतल भी बाजार से खरीदकर लाना पड़ा.अस्पताल में ही ममता की मौत हो गई. जब उसे लेकर थमहन पहुंचे,तब तक इसके बाद गोलो की भी मौत हो गई.
योगेंद्र प्रसाद उर्फ कुंदन की रिपोर्ट