चकाई/जमुई,प्रखंड के दस पंचायत समिति सदस्यों ने प्रखंड प्रशासन पर बैकडेट से आचार संहिता का उल्लंघन कर पांच पंचायत समिति सदस्यों को 15 वा वित्त मद की योजना स्वीकृत करने का आरोप लगाया है. पूर्व प्रमुख सह पंचायत समिति सदस्य प्रमिला देवी , रविंद्र शाह ,शिवलाल बेसरा, दिलीप पासवान, दिवाकर चौधरी ,अविनाश पंडित ,सबीना खातून सहित तीन अन्य पंचायत समिति सदस्यों ने बताया कि प्रखंड के पोझा में दो, चकाई में दो, कियाजोरी में एक , ठाड़ी में दो एवं रामचंद्रडीह पंचायत में एक योजना की स्वीकृति दी गई है.
पंचायत समिति सदस्यों को 15 वा वित्त मद से योजना की स्वीकृति आचार संहिता लगने के बाद की गई है. किसी को कोई शक ना हो इसलिए बैक डेट से इन योजनाओं को स्वीकृत किया गया है. जबकि इन सभी योजनाओं को पंचायत चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद स्वीकृत किया गया है. लेकिन आंख में धूल झोंकने के लिए बैक डेट से इन योजनाओं की स्वीकृति दी गई है.जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.
इन पंचायत समिति सदस्यों ने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि के इशारे पर पदाधिकारियों द्वारा उनके चहेते पंचायत समिति सदस्यों को योजनाओं का उपहार दिया गया है. इन योजनाओं में लगभग एक करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है.जो पूरी तरह सरकारी नियमों एवं आदर्श आचार संहिता के विरुद्ध है.पंचायत समिति सदस्यों ने कहा कि वे लोग इस मामले को लेकर शीघ्र ही जिलाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त से मिलकर जांच की मांग करेंगे और इन योजनाओं की स्वीकृति में शामिल पदाधिकारियों एवं कर्मियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे.
इधर पंचायत समिति सदस्यों द्वारा लगाए गए इन आरोपों के बाद प्रखंड में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. पूर्व प्रमुख प्रमिला देवी ने बताया कि मंगलवार को अपने सहयोगी पंचायत समिति सदस्यों के साथ बैठक कर इस मामले पर आगे आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे.
अब सभी योजनाओं की स्वीकृति आनलाइन होती है.इसमें बैकडेट का कोई सवाल ही नहीं है.जिन भी योजनाओं की स्वीकृति दी गई है. वह पूर्व से ही स्वीकृत है. जो ग्राम स्वाराज के आनलाइन पोर्टल पर भी उपलब्ध है.सारे आरोप निराधार हैं.
दुर्गाशंकर , बीडीओ, चकाई
विकास कुमार लहेरी की रिपोर्ट