जमुई, जहां कोरोना संक्रमण के खौफ ने हर किसी के जीवन में व्यवहारिक एवं मानवीय बदलाव किए है, वही जमुई ही नहीं बल्कि पुरे भारत वर्ष में सहयोगियों के सहयोग से “मानव रक्षक रक्तदाता परिवार” रक्तदान-महादान को अंगीकार कर वर्षों से लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित कर रहा है और निःस्वार्थ सेवा भाव से लगातार बुलंदी को छू रहा है. सिकंदरा (जमुई) में सडक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल 45 वर्षीय जयप्रकाश साव का इलाज दौरान हाथ काटना पड़ा है, जिसके उपरांत उन्हें रक्त की जरुरत पड़ी जिसे कड़ाके की ठंड में रात्रि के 11 बजे जमुई कृष्णपट्टी के रहने वाले किड्जी विद्यालय के डायरेक्टर सचिराज पद्माकर ने रक्त अधिकोष पहुंच अपना रक्तदान किया.
टीम से जुड़े जमुई जिले के पर्यावरण मित्र हरे राम कुमार ने बताया मानव रक्षक रक्तदाता परिवार पुरे भारतवर्ष में रक्तदान जागरूकता के लिए कार्य कर रही व जरूरतमंद के लिए निःस्वार्थ भाव से टीम से जुड़े साथियों से रक्तदान भी करवाती है.
सामाजिक कार्यकर्ता सुमन सौरभ ने बताया मानव रक्षक रक्तदाता परिवार प्रबोध जन सेवा संस्थान की एक इकाई है जो रक्तदान जागरूकता के लिए सालों से कार्य कर रही है उन्होंने रक्तदान करने वाले महामानव का आभार व्यक्त किया व उनके रक्तदान से प्रभावित होकर सिकंदरा के दो युवा आशीष कुमार और हनी राज ने भी रात्रि में अधिकृत रक्त अधिकोष में स्वैच्छिक रक्तदान किया.
संस्थान सहयोगी संतोष सहगल ने बताया आज बिहार में टीम के द्वारा सात लोगों की मदद की गयी जिसमें से जमुई से तीन लोगों की मदद हुई.
कुमार नेहरू की रिपोर्ट