देवाधिदेव महादेव का दुलारा सावन के महीने का बहुत महत्व है । श्रावण मास को मनोकामनाएं पूरा करने का महीना भी कहा जाता है । शास्त्रों के अनुसार भोलेनाथ को ये महीना बहुत प्रिय है और जो भी भक्त सावन के महीने में पूरे विधि विधान से शंकर भगवान की पूजा करते हैं उन पर भोलेनाथ की विशेष कृपा होती है । सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का बहुत महत्व माना जाता है । सावन का प्रथम सोमवार 6 जुलाई को है और श्रावण मास की शुरूआत भी इसी दिन से हो रही है । इस बार श्रावण मास में कुल पांच सोमवार पड़ेंगे । सावन के महीने में अद्भुत संयोग बन रहा है क्योंकि सावन की शुरूआत का पहला दिन ही सोमवार है , वहीं सावन के अंतिम दिन यानी 3 अगस्त को भी सोमवार का ही दिन है । 18 जुलाई को पुत्र कामना परक शनि प्रदोष भी है । सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार का बहुत महत्व माना जाता है । शिव पुराण के अनुसार जो भी इस माह में सोमवार का व्रत करता है भगवान शिव उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
प्रत्येक सोमवार को इस तरह रहेंगे मंगलकारी मुहूर्त
पहला सोमवार:- अनिष्ट निवारक रहेगी साधना
6 जुलाई सोमवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र , वैधृति योग , कौलव करण और प्रतिपदा तिथि। इन सभी विशेष योगों का एक साथ होना अभीष्ट फलदायक रहेगा। श्रद्धालुओं के लिए इस दिन की पूजा और साधना अनिष्ट निवारक होगी।
दूसरा सोमवार:- रिश्ते तय करने का श्रेष्ठ दिन
13 जुलाई सोमवार को रेवती नक्षत्र व कृष्ण पक्ष अष्टमी रहेगी जो विवाह के लिए संबंध व तिथि तय करने के लिए श्रेष्ठ दिन होगा। शिव का गन्ने के रस से अभिषेक कर ये शुभ कार्य करने पर यह मंगलकारी होंगे।
तीसरा सोमवार:- सफलता के लिए सर्वार्थ सिद्धि योग
20 जुलाई सोमवार को पुनर्वसु नक्षत्र व सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इन योगों के चलते किए गए अनुष्ठान व अन्य कार्य सफलतादायी रहेंगे। इस दिन नए संस्थान का शुभारंभ करना भी लाभदायक रहेगा। भगवान शिव को दूध और शहद से अभिषेक करना श्रद्धालुओं को परेशानियों से निजात दिलाएगा।
चौथा सोमवार:- मान सम्मान के लिए विशेष
27 जुलाई सोमवार को चित्रा नक्षत्र व श्रावण शुक्ल सप्तमी रहेगी। सप्तमी तिथि सुबह 7.15 बजे तक रहेगी , इसके बाद अष्टमी तिथि प्रारंभ होगी। चित्रा नक्षत्र व दो तिथियों का इस एक दिवस पर होना साध्य योग बनाएगा। इस दिन शिव की आराधना मान सम्मान में वृद्धि करेगी।
पांचवा सोमवार:- शिव पूजा से होगा रोगों का निवारण
3 अगस्त सोमवार को पूर्णिमा , उत्तराषाढ़ा नक्षत्र , सर्वार्थ सिद्धि व आयुष्मान योग रहेगा। इन योगों में की गई शिव पूजा से रोगों का निवारण होगा। इस दिन पवित्र नदियों के जल से स्नान करने पर शारीरिक व्याधियां दूर होंगी। घरों में पार्थिव शिवलिंग बनाकर अभिषेक करने से अभीष्ट फल की प्राप्ति होगी।
मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव की कृपा से विवाह सम्बंधित सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं ।
(संवाददाता निलेश कुमार की रिपोर्ट)