जमुई, बेहतर जिंदगी और रोजगार की तलाश में बिहार के युवा पूरे भारत समेत विदेशों में भी कार्यरत हैं. बिहार के युवा मेहनती और महत्वकांक्षी होते हैं जिसके वजह से बेहतर भविष्य के लिए सात समुंदर पार भी जाकर रोजी रोजगार और भविष्य निर्माण के लिए कार्य करने से नहीं कतराते हैं. ऐसे ही एक जमुई के लाल जो ऑस्ट्रेलिया मैं मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर अपने परिवार का जीविका उपार्जन कर रहे थे. ऑस्ट्रेलिया से एक फोन कॉल आता है और एक परिवार की पूरी जिंदगी उजाड़ जाती है.
जमुई के लिए एक दुख भरी खबर है, जमुई के रंजन कुमार जो बेहतर रोजी रोजगार के लिए अपने वतन को छोड़ कर ऑस्ट्रेलिया में प्राइवेट कंपनी में बतौर क्रेन ऑपरेटर नौकरी कर रहे थे. उनकी मौत की खबर से पूरे परिवार सदमे में आ जाता है. जिससे परिवार में दुख का पहाड़ टूट पड़ता है.
मामला जमुई जिले के भजौर गांव का है. वहां का एक युवक रंजन कुमार पिछले कई सालों से ऑस्ट्रेलिया में रहकर एक मल्टीनेशनल कंपनी के लिए बतौर क्रेन ऑपरेटर कार्य कर रहा था. बीते 9 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया से राजीव गांधी नाम के व्यक्ति का व्हाट्सएप कॉल आता है और उनकी पत्नी को कहा जाता है कि उनके पति इस दुनिया में नहीं रहे. इस एक व्हाट्सएप कॉल ने परिवार की सारी उम्मीदों और सपनों को चकनाचूर करते हुए परिवार को गमगीन कर दिया. उनकी पत्नी पूजा कुमारी द्वारा लगातार फोन कर मामले की जानकारी लेने की कोशिश की जाती है लेकिन व्हाट्सएप कॉल करने वाले व्यक्ति द्वारा किसी प्रकार की सूचना नहीं दी जाती है. थक हार कर परिजनों द्वारा उक्त मल्टी नेशनल कंपनी में फोन किया जाता है जहां से इस बात की पुष्टि होती है कि अब उनके पति इस दुनिया में नहीं रहे और उनके पति ने आत्महत्या कर लिया है.
परिवार और उनकी पत्नी पर दुख का पहाड़ टूट पड़ता है. लेकिन उनकी पत्नी पूजा कुमारी का कहना है कि उनके पति काफी खुशहाल और जिंदादिल इंसान है.वह आत्महत्या कर ही नहीं सकते. उनके पति का पार्थिव शरीर 16 दिसंबर को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लाया जाता है. इस मामले में मृतक की पत्नी पूजा कुमारी ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के थाना अध्यक्ष को लिखित में आवेदन देकर पति की हत्या का आरोप लगाया जाता है. लिखित आवेदन में मृतक रंजन कुमार की पत्नी पूजा कुमारी ने आरोप लगाया है कि कई बार मांगने के बाद मौत से संबंधित फोटोग्राफ्स हमें दिया गया है,फोटोग्राफ को देखकर प्रतीत होता है कि हमारे पति ने आत्महत्या नहीं किया है बल्कि उनकी हत्या कर आत्महत्या का रूप दिया गया है. मृतक की पत्नी पूजा कुमारी ने आगे बताया कि व्हाट्सएप कॉल द्वारा सूचना मिलना और पोस्टमार्टम की भी रिपोर्ट परिवार को मुहैया ना करने की वजह से सरासर यह हमारे पति की हत्या का मामला है.मृतक की पत्नी पूजा कुमारी द्वारा लिखित आवेदन में मांग करते हुए कहा गया है कि इस पूरी घटना की फॉरेंसिक जांच किया जाए और उचित कार्यवाही की जाए .
आपको बताते चलें कि मृतक रंजन कुमार कई वर्षों से उक्त मल्टीनेशनल कंपनी के लिए मध्यप्रदेश में कार्य कर रहे थे उनको कंपनी द्वारा बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए पदोन्नति देकर ऑस्ट्रेलिया भेजा गया था. मृतक के शादी को महज 6 साल हुए हैं और उनकी एक साढ़े तीन साल का एक बच्चा भी है. जैसा कि घर वालों का कहना है मृतक रंजन कुमार 25 दिसंबर को अपने घर वापस आने वाले थे और 23 दिसंबर को उनका शव घर की दहलीज पर आता है.इस दौरान उनकी मौत की खबर कहीं ना कहीं उनकी हत्या की ओर इशारा करता है.
कुमार नेहरू की रिपोर्ट