जमुई जिला के खैरा प्रखंड के कागेश्वर ग्राम पंचायत में जल-नल योजना का लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल पा रहा है. वार्ड संख्या 11 में पानी की टंकी तो लगी,लेकिन विगत 1 साल से पानी की सप्लाई सुचारू रूप से नहीं है,जगह-जगह पाइप टूटे पड़े हैं. जबकि सरकार द्वारा दिए गए निर्देश में पानी की पाइप को 3 फीट गहराई में बिछाना है. फिर भी वार्ड संख्या 11 में आपको जगह-जगह खुली पाइप दिख जाएंगी. पाइप कटी-फटी रहने की वजह से पानी की सप्लाई बंद पड़ी हुई है,जिससे ग्रामीणों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों को आज भी पेयजल के लिए नदी और तालाब पर आश्रित होना पड़ रहा है. इस संबंध में वार्ड सचिव और अध्यक्ष का कहना है,कि कुछ समय पूर्व जेसीबी से पंचायत का कुछ काम हुआ था, जिसकी वजह से पाइप जगह-जगह टूट-फूट गई है. वार्ड संख्या 11 के सचिव ने वादा किया है कि इस पाइप को लॉकडाउन खुलते ही 10 दिनों के अंदर रिपेयर करके पानी की सप्लाई सुचारू कर दी जाएगी.
वहीं इसी पंचायत में वार्ड नंबर 13 में 115 परिवारों को जल-नल योजना का लाभ नहीं मिल पाया है.उनके क्षेत्र में पानी की टंकी नहीं लगी है. वार्ड संख्या 13 में रहने वालों ग्रामीणों का आरोप है कि जिस जगह पर कम घर हैं, वहां पर पानी की टंकी और सप्लाई लग चुकी है, जबकि हमारे टोले में 115 परिवार रहते हैं.फिर भी हमारे यहां पानी की टंकी नहीं लगाया गया है. मुखिया से बात करने पर टालमटोल और लीपापोती वाला जवाब आता है. जिसके वजह से हम लोगों को पेयजल की काफी समस्या हो रही है. हमें आज भी पेयजल के लिए तालाब और नदी पर आश्रित होना पड़ रहा है. बरसात में जल जनित बीमारियों का भय हमेशा बना रहता है. फिर भी मजबूरी बस हमें नदी और तालाब का पानी पीना पड़ता है. गर्मियों में जब सूखा पड़ता है, तब हालत और भी दयनीय हो जाती है. नदी में चूआ खोदकर हम लोगों पेयजल के लिए पानी लाते हैं.
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वीरेंद्र कुमार और धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट