बिहार विधानसभा चुनाव कराने के संबंध में 17 जुलाई 2020 को लिखित पत्र के माध्यम से भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आगमी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों से सुझाव मांगे गए थे, इस विषय पर लोक जनशक्ति पार्टी द्वारा निम्नलिखित सुझाव चुनाव आयोग को दिया गया है.
आज की तारीख मैं कोविड-19 महामारी एक विकराल रूप ले चुकी है। विशेषज्ञो को मानना है कि बिहार में आने वाले समय में और खास तौर पर अक्टूबर-नवंबर के आसपास इसका प्रकोप और ज्यादा बढ़ने की संभावना है। ऐसे समय में हमारी प्राथमिकता लोगों को इस महामारी से बचाने की होनी चाहिए।संपूर्ण तंत्र का इस्तेमाल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर कर लोगों की जान बचाने के लिए होना चाहिए ना कि चुनाव कराने के लिए। कोविड-19 के साथ-साथ बिहार का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ से भी प्रभावित है बिहार के 38 मैं से लगभग 13 जिले पूरी तरीके से बाढ़ से ग्रस्त हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) एवं भारतीय आयुर्विज्ञान अनुशासन परिषद( ICMR) द्वारा दिए गए दिशा – निर्देशों का पालन करते हुए चुनाव कराना अत्यंत कठिन होगा,लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव का होना जरूरी है लेकिन इसके लिए एक बड़ी आबादी को खतरे में डालना सरासर अनुचित है।
देश में लगभग 35 हजार से ज्यादा लोगों की मृत्यु इस बीमारी की वजह से हो चुकी है और वही बिहार में यह आंकड़ा 280 के पार है ऐसे में चुनाव कराना जानबूझकर लोगों को मौत के मुंह में धकेलने के समान होगा.
संवाददाता मुकेश कुमार पासवान की रिपोर्ट