जमुई जिला में वरिष्ठ नागरिकों के जीवन की कोरोना महामारी से सुरक्षा जागरूकता वह बुनियादी सुविधाओं जैसे राशन पेंशन मेडिकल सहायता आदि के लिए नीति आयोग के तत्वधान में कार्यक्रम चलाया जा रहा है. पूरे अभियान के लिए जिला प्रशासन की ओर से नोडल अधिकारी श्री मान शशि शंकर को नियुक्त किया गया है, जो इस अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन व समस्या का निराकरण संबंधित अधिकारियों के माध्यम से तुरंत करेंगे.
इस अभियान के लिए समाज सेवी संस्था परिवार विकास ऐवं नॉलेज पार्टनर पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से जिले में चलाया जा रहा है.
इस अभियान के तहत जिले में कार्यरत समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा समस्त वरिष्ठ नागरिकों को कॉल के माध्यम से कोरोना के प्रति जागरूकता प्रदान कर उनको मानसिक नैतिक सहयोग कर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कर वरिष्ठ जनों के जीवन की सुरक्षा प्रदान की जाएगी. वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती उम्र व अन्य बीमारियों से ग्रसित होने के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिससे इन्हें कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा होता है. भारत में अब तक कोरोना से हुई मृत्यु में सबसे ज्यादा 63 पर्सेंट लोग वरिष्ठ नागरिक ही हैं. अतः जिला प्रशासन समाज और परिवार की रीढ़ वरिष्ठजनों के जीवन की सुरक्षा हेतु यह अभियान चलाया जा रहा है.
इस अभियान मे अभी तक जमुइ जिले के 101 वॉलिंटियर्स कार्यरत हैं और जिले के 3251 सीनियर सिटीजन से संपर्क स्थापित कर उनको जागरूक किया गया है.जिले में 336 बुजुर्ग नागरिकों में कुछ समस्या आई है, जिनको डीडीसी के माध्यम से सभी विभाग प्रमुख को चिट्ठी भेज दिया गया है और हल करने के लिए और उन्हें 7 दिनों के अंदर सूचित करना है.
इस अभियान में परिवार विकास संस्था की तरफ से अंजली कुमारी,अभिलाष कुमार, अमिता सिंह,रामवृक्ष महतो ,उपेंद्र यादव ,मिक्की कुमार, विभाष चंद्र दुबे, ध्रुव कुमार, चंदन दुबे, विनय कुमार, नूतन मिश्रा, रुदल पंडित, मीठी राज, इशरत खातून, सुमन कुमारी, रानी सिंह, गोपी कुमार, श्रीनिवास, शैलेंद्र सिंह, जीव लाल, अमर, टी आर नारायण स्कूल से गंधर्व प्रसाद, विनोबा भावे पब्लिक स्कूल से स्वीटी कुमारी, आशीष कुमार,JVSS से गौतम कुमार गुप्ता, स्वयंसेवी के तौर पर बाल्मीकि यादव, M Rural से नंदलाल जी अभियान का हिस्सा बनकर बुजुर्गों को जागरूक करने में लगे हैं.
परिवार विकास संस्था की ओर से जमुई जिले के समस्त युवा छात्र वह समाजसेवी संस्थाओं से विनम्र अपील है कि इस अभियान में आगे बढ़ चढ़कर भाग लें और वरिष्ठजनों के जीवन को करोना बीमारी से सुरक्षित करने में योगदान दें.