गिद्धौर, समय के सुबह लगभग 11:15 बजे, बैंक ऑफ इंडिया के गेट पर इतनी भीड़ थी कि आप सोच नहीं सकते हैं. वहां ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था और ना ही सभी ग्राहकों ने मास्क लगा रखा था. लॉक डाउन का पूर्णता उल्लंघन हो रहा था.
सरकार द्वारा लॉकडाउन राज्य के जनता को बचाने के लिए ही किया गया है, लॉकडाउन से सरकार को कोई फायदा नहीं है. यह देशवासी के हित और राष्ट्रहित के लिए. यह हमें समझना होगा.
अमूमन गांव में तो हालत और भी बदतर है. वहां तो लोग कोरोना को जैसे मजाक समझते हैं. हालत इतनी बिगड़ने के बाद भी लोग पता नहीं क्यों मास्क लगाने से परहेज करते हैं. ऐसे बेखौफ होकर निडर होकर चलते हैं, जैसे कोरोना कभी था ही नहीं. और था भी तो शायद चला गया है. ऐसे लोगों को समझना पड़ेगा कि आज बिहार में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 27455 पर पहुंच गई है, इसकी रफ्तार ऐसी तेज है, आप ऐसे समझ सकते हैं, कि जमुई जिला में सबसे लास्ट में कोरोना पहुंचा. आज जमुई जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 368 पर पहुंच गई है, और अगर बात करें एक्टिव केस की तो एक्टिव केस177 है.दिन प्रतिदिन जमुई में कोरोना का केस बढ़ता ही जा रहा है. अगर हम नहीं सुधरे तो यह और भी विस्फोटक हो सकता है. इसीलिए हमें सचेत और सजग रहना पड़ेगा.
हालांकि इस लॉकडाउन का अनुपालन प्रशासन द्वारा सख्ती से कराया जा रहा है. प्रशासन के साथ-साथ सभी निजी और सरकारी बैंकों , कार्यालयों को भी इस बात का ख्याल रखना पड़ेगा की उन्हें आने वाले ग्राहकों को बिना मास्क पहने परिसर में प्रवेश ना दिया जाए और साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को किस तरह से पालन कराना है,यह प्रशासन के अलावा संबंधित विभाग को भी सोचना होगा और इसके लिए एक बेहतर कदम उठाना पड़ेगा. नहीं तो ऐसे ही बैंकों और कार्यालयों में भीड़ लगी रहेगी. कोरोना का फैलाव बढ़ता जाएगा हम लोगों को भी ध्यान रखना होगा अगर कहीं ज्यादा भीड़ है, तो उस स्थान पर जाने से बचे.
यह हमें भी सोचना होगा कि कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से कैसे लड़ पाएंगे. यह हमारी भी जिम्मेवारी बनती है, कि जब भी हम बाहर निकले तो मास्क जरूर पहने ,साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भरपूर ख्याल रखें. अगर कोई बिना मास्क पहने मिलता है, तो उन्हें सचेत करें. यह तो सभी जानते हैं,कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही है.
कुमार नेहरू की कलम से
क्या इसी तरह हम लड़ेंगे कोरोना से, बैंकों में हो रही है भीड़, बैंकों की भी जिम्मेवारी कैसे रोके भीड़ को
