खैरा प्रखंड फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन के वर्तमान कमिटी द्वारा पूर्व कमेटी से आय व्यय का हिसाब मांगने पर अपनी करतूतों को छुपाने के लिए फर्जी तरीके से कमेटी का गठन किया है. खैरा प्रखंड की वर्तमान इकाई ने फर्जी तरीके से नवगठित डीलरों की कमेटी पर आरोप लगाते हुए कहां की पूर्व के कमेटी में सचिव अनिल प्रसाद सिंह अध्यक्ष संजय कुमार एवं कोषाध्यक्ष हरि प्रकाश सिंह ने खैरा प्रखंड के सभी जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं से विगत 2013 से 2020 तक में लगभग लाखों रुपए संघ में जमा किया था. जब नवगठित संघ कमेटी के द्वारा पूर्व में जमा किया गया लाखों रुपए के आय-व्यय का हिसाब मांगने पर लगातार बचते रहे और जमा की गई राशि के गबन के चक्कर में दूसरे संघ के सदस्य बन कर फर्जी तरीके से प्रखंड में चुनाव कराने का काम किया है.
खैरा प्रखंड डीलर प्राइस एसोसिएशन के वर्तमान कमेटी ने बताया कि खैरा प्रखंड अंतर्गत कुल 111 डीलर हैं जबकि इस नवगठित कमेटी में मात्र 13 डीलर ही उपस्थित रहे. नियमानुसार कमिटी गठन के समय दो तिहाई सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य है. फिर आखिर किस प्रकार इस कमेटी का गठन किया गया है. जो बिल्कुल ही गलत तरीके से कमेटी का गठन कर सभी बिक्रेताओं को दिग्भ्रमित किया जा रहा है. वही भोला यादव की अध्यक्षता में दर्शाए गए कमेटी गठन पर भोला यादव ने कहा है कि न ही मेरे समक्ष चुनाव कमेटी गठन के लिए चुनाव की गई और ना ही मेरे द्वारा हस्ताक्षर कर कोई अनुमोदन किया गया है. खैरा प्रखंड के फेयरप्राइस डीलर एसोसिएशन सचिव शैलेंद्र कुमार ने कहा यह स्पष्ट हो जाता है पूर्व के कमेटी से आय-व्यय का हिसाब मांगने पर गबन को छिपाने के उद्देश्य से नियम को ताक पर रखते हुए एक नए कमिटी का गठन किया गया है जिसका वर्तमान खैरा फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन पूरी तरह भर्त्सना करती है.
धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट