बरहट – इन दिनों गर्मी का कहर लगातार बढ़ती जा रही है । पारा नित दिन नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है।साथ ही तेज हवा के साथ लू भी चल रही है।सुबह के 10:00 बजे से ही धूप इतना तेज हो जाती है की लोग घर से बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझते हैं।गर्मी के कहर से लोगों की परेशानी भी बढ़ना शुरू हो गई है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गए है।चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुशील कुमार कहते हैं कि गर्मी की कहर को देखते हुए स्वास्थ विभाग सतर्क है।चलने वाली लू से लोगों की बचाव को लेकर सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर ओ आर एस व अन्य संबंधित दवाइयां उपलब्ध करा दी गई है। लोगों को एहतियात बरतने की जरूरी है। गर्मी में आम लोगों के साथ बच्चों के खानपान एवं सेहत का ख्याल रखना अति आवश्यक है। छोटे-छोटे बच्चों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। लोग के साथ बच्चे जब भी घर से बाहर जाएं तो सूती कपड़े से अपना पूरा शरीर को ढक कर ही बाहर निकले ।हो सके तो छतरी का अवश्य प्रयोग करें। घर से बाहर निकलने से पहले समय अधिक से अधिक पानी पियें।ओआरएस का घोल जरूर पियें। खानपान में हरी सब्जियां अधिक से अधिक खाएं ।ताजा ओर मौसमी फलका सेवन करें। खट्टे फलों का जूस अवश्य पियें।6 माह के बच्चों को मां का ही दूध पिलाएं। साथ ही अगर जरूरी काम पड़े तब घर बाहर निकले ताकि लू लगने से बचा जा सके। डॉ सुशील कहते हैं कि इस मौसम में ज्यादातर घूमनी, चक्कर, सिर में दर्द, पतला पैखाना होना ,बुखार लगने जैसी बीमारियों की चपेट में ज्यादातर लोग आ जाते हैं। अगर इन बीमारियों का कोई लक्षण हो तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर डॉक्टर से सलाह सलाह लेकर दवा लें। उन्होंने बताया कि इस भीषण गर्मी में बच्चों बुखार ,उल्टी ,दस्त आने की संभावना रहती है। ऐसे में बच्चों को चीनी नमक और पानी का घोल बनाकर देना चाहिए। ऐसे में बच्चों की ख्याल रखना बहुत अति आवश्यक है।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट।