सोनो, सदियों से चली आ रही कहावत की पूत के पांव पालने में दिख जाते, इस चरितार्थ को सच साबित करते हुए गंदर पंचायत के बाराबांक निवासी शंभू यादव के पुत्र पिंटू यादव ने बिहार दरोगा परीक्षा में सफलता अर्जित कर प्रखंड का नाम रोशन किया। प्रतिभा आर्थिक बाधाओं की मोहताज नहीं होती। बचपन से ही दृढ़ निश्चय के साथ अत्यंत गरीबी में जीवन यापन करने वाले पिंटू ने अपनी मेहनत के आगे आर्थिक स्थिति को कभी हावी होने नहीं दिया। मजदूरी द्वारा जीवन यापन कर पुत्र की प्रतिभा को जिस प्रकार तराशने का कार्य किया गया वह वाकई काबिले तारीफ है।
एक बीड़ी मजदूर के रुप में वर्षों से कार्यत पिता के बेटे के द्वारा दरोगा परीक्षा में सफलता कहीं ना कहीं क्षेत्र के धनाढ्य और पूंजीपति बच्चों के लिए सबक है, जो अपने किस्मत के भरोसे सफलता की आस लगाए बैठे हैं। प्रखंड के बटिया स्थित सरस्वती शिशु मंदिर से प्रारंभिक शिक्षा पूरी कर पटना के छोटे से कमरे में रह कर अपने सपने को सच करना समाज के युवा पीढ़ी के लिए एक संदेश है। पिंटू द्वारा अर्जित की गई सफलता से क्षेत्र के शिक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि अच्छे मार्गदर्शन पर चलने वाले बच्चे एक दिन ना एक दिन उसे सफलता जरूर मिलती है।
गुदड़ी के लाल की इस अपार सफलता को सम्मान देने के लिए जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व चकाई विधानसभा विधायक सावित्री देवी, पूर्व एमएलसी संजय प्रसाद, चकाई विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी संजय कुमार मंडल , रंजित यादव, पुर्व मुखिया अर्जुन यादव, मुखिया भीम रजक, मुखिया प्रतिनिधि सुनील दास, मुकेश कुमार, सोनू कुमार, पुर्व जिला परिषद रामचरित मण्डल, मनोज यादव, राजकुमार यादव, सुधीर यादव, सहित सैकड़ों की संख्या में उपस्थित बुद्धिजीवियों ने पिंटू यादव को उज्जवल भविष्य की शुभकामना देते हुए इस अपार सफलता के लिए आशीर्वचन दिया।
योगेन्द्र प्रसाद उर्फ कुंदन कि रिपोर्ट