भारत और चीन सीमा पर पिछले 1 महीने से भी ज्यादा समय से लगातार तनाव बना हुआ है। हालत यह हो गए हैं कि हाल में इस तनाव ने हिंसात्मक रुप अपना लिया जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इसके बाद पूरे देश में चीन के खिलाफ गुस्से का महौल है। लोग सरकार पर दवाब बना रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी.
बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि न वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है। लद्दाख की गलवन घाटी में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए। तैनाती हो, कार्रवाई हो या जवाबी कार्रवाई हो, जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आज हम इतने सक्षम हैं कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता। आज भारत की सेनाएं अलग-अलग सेक्टर्स में एक साथ कार्रवाई करने में भी सक्षम है। बीते वर्षों में देश ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए सीमा एरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट को प्राथमिकता दी है।
Neither have they intruded into our border, nor has any post been taken over by them (China). 20 of our jawans were martyred, but those who dared Bharat Mata, they were taught a lesson: PM Narendra Modi at all-party meet pic.twitter.com/ydAOHn6eA4
— ANI (@ANI) June 19, 2020
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों का हवाला देते हुए ख़बर दी है कि, इस बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ”कहीं कोई इंटेलीजेंस नाकाम नहीं हुआ.”
जदयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि चीन के खिलाफ देशव्यापी गुस्सा है। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं होना चाहिए। हम साथ हैं। पार्टियों को किसी भी तरह की असमानता नहीं दिखानी चाहिए, जो अन्य देशों द्वारा खोजी जा सकती है। भारत पर चीन का रुख ज्ञात है। भारत चीन को सम्मान देना चाहता है, लेकिन चीन ने 1962 में क्या किया। भारतीय बाजारों में चीन के सामानों की बाढ़ की बड़ी समस्या है। उनके भारी प्लास्टिक हैं लेकिन पर्यावरण के अनुकूल नहीं हैं और वे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं। इनसे जुड़ा इलेक्ट्रॉनिक कचरा अधिक होता है। चीनी उत्पाद लंबे समय तक नहीं चलते हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम एक हों और केंद्र का समर्थन करें।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक में कहा, ”भारत को टेलिकॉम, रेलवे, उड्डयन क्षेत्रों में चीन की फ़र्म्स को अनुमति नहीं देना चाहिए.”
इसमें यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार से पूछा, चीन की सेना ने किस तारीख को लद्दाख में अतिक्रमण किया?, सरकार को घुसपैठ की जानकारी कब मिली .सोनिया गांधी ने साथ ही कहा है कि पूरी जानकारी साक्षा करें पीएम।
All party meeting with PM over India-China border issues: Congress President Sonia Gandhi said, "all party meeting should have happened much earlier. Even at this late stage we are in the dark. Congress has specific questions…" (Source) pic.twitter.com/i8B6QtNaMP
— ANI (@ANI) June 19, 2020
सर्वदलीय बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान शामिल हुए. सबसे पहले उन्होंने पार्टी की तरफ से शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की. उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायल जवानों के जल्द स्वास्थ्य होने की भी कामना की.
चीन की हरकत की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि चीन की नीयत में हमेशा खोट रहा है. एक तरफ जहां विश्व के अधिकांश देश मौजूदा महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार मानते हैं, वहीं ऐसे समय से भारत में घुसपैठ करने का प्रयास चीन की खराब नीयत को दर्शाता है.