जमुई, जवाहर नवोदय विद्यालय के बच्चों का सवाल क्या हम लोग देशद्रोही और आतंकवादी हैं ? इसी तरह के तमाम सवालों और अपनी मांगों को लेकर जवाहर नवोदय विद्यालय के दर्जनों छात्र आज बरहट प्रखंड के रोड पर उतर गए. जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों ने स्कूल में अव्यवस्था और प्रिंसिपल से नाराज होकर प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी से अपनी मांगों को लेकर आवेदन लिखकर बरहट प्रखंड में जोरदार प्रदर्शन किया है.
विद्यालय के छात्रों ने वहां के प्रिंसिपल और कई शिक्षकों पर बच्चों के साथ अभद्रता से पेश आने का आरोप लगाया है. बच्चों ने वहां के प्रिंसिपल सी के ठाकुर पर आरोप लगाते हुए बताया है कि उनके द्वारा बच्चों को स्कूल के सार्वजनिक सभा के दौरान आतंकवादी और देशद्रोही तक कहा जाता है. इसके साथ ही प्रिंसिपल द्वारा बच्चों को यह भी कह कर प्रताड़ित किया जाता है कि तुम यहां पर मुफ्त में पढ़ रहे हो और मुफ्त का खा रहे हो. इसके साथ ही प्रिंसिपल पर बच्चों ने हमेशा अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है. विद्यालय के बच्चों ने विद्यालय में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाया है.
स्कूल के छात्रों का कहना है कि जब किसी समस्या को लेकर बच्चे प्रिंसिपल के पास जाते हैं तो उनके द्वारा धमकी दिया जाता है कि अगर यहां रहना है तो जो मिल रहा है वही खाएं वरना यहां से टीसी देकर तुम्हें निकाल दिया जाएगा और तुम्हारा कैरियर बर्बाद कर दिया जाएगा. इसके साथ ही बच्चों ने विद्यालय के रसायन विज्ञान के शिक्षक पर भी आरोप लगाया है कि उनके द्वारा भी विद्यालय में जातिवाद फैलाया जाता है. उनके द्वारा बच्चों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जाति सूचक शब्दों से संबोधित किया जाता है.
बच्चों ने विद्यालय के नर्स मैडम के ऊपर भी आरोप लगाते हुए कहा है कि मेडिकल रूम को उनके द्वारा समय से पहले ही बंद कर दिया जाता है और उनके क्वार्टर पर कोई बच्चा मरहम पट्टी कराने हेतु जाता है तो उसका सही उपचार नहीं किया जाता है. विद्यालय के बच्चों का कहना है कि बच्चों को मिलने वाले मूलभूत सुविधाओं को भी विद्यालय में समय से उपलब्ध नहीं कराया जाता है. गर्मियों में स्कूल में पेयजल तक की समस्या पैदा हो जाती है. जिसको लेकर स्कूल के सभी बच्चों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है.
कुमार नेहरू की रिपोर्ट