कोरोना के इस संकट में भारत सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए मुफ्त अनाज देने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) के तहत दो महीने के लिए प्रवासी मजदूरों को फ्री अनाज दिया जाएगा. जिन मजदूरों का राशन कार्ड नहीं बना हुआ है, उन्हें भी प्रति व्यक्ति 5 किलो राशन और 1 किलो चना 2 महीने तक जरूर मिलेगा. सरकार का मानना है कि इससे 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों को फायदा होगा.
आखिर राशन कार्ड नहीं है, तो जाने कैसे मिलेगा राशन
केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय के द्वारा कहा गया है कि ऐसे लोगों को अपने आधार कार्ड से रजिस्ट्रेशन कराकर राशन का लाभ लिया जा सकता है. आधार से राशन लेने के लिए जैसे ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा रजिस्ट्रेशन पूरा होते ही एक स्लिप मिलेगी उस स्लिप को लेजा कर राशन का लाभ उठाया जा सकता है. इसके लिए राज्य सरकारों को अलग से पोर्टल लॉन्च करने के लिए कहा गया है. दिल्ली में अभी जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उनको आधार द्वारा रजिस्ट्रेशन कराने के बाद राशन दिया जा रहा है.
केंद्रीय खाद्य और आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि सरकार ने राहत पैकेज के तहत से प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष घोषणाएं की है. जिसमें NFSA लाभार्थी के अलावा10 फीसदी वैसे प्रवासी मजदूर शामिल हैं जिनके पास NFSA राशनकार्ड नहीं है. साथ ही, राज्य के राशनकार्ड में भी उनका नाम नहीं हैं.
सरकार ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों को अनाज की आपूर्ति का पूरा खर्च वहन करेगी. इस पर सरकार दो महीने के लिए 3500 करोड़ रुपये खर्च करेगी. राज्य सरकारों पर इसके कियान्वयन का जिम्मा होगा. वही प्रवासी मजदूरों की पहचान करेंगे