जमुई जिला पदाधिकारी ने कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव कार्य की प्रगति की समीक्षा हेतु जिले के सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षात्मक बैठक की तथा आवश्यक निर्देश दिये।
जिला पदाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, सिविल सर्जन भी उपस्थित थे .उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर प्रतिदिन लगभग औसत 21000 टेस्ट किया जा रहा है. जिसे अगले 2 दिनों में औसत 29000 प्रतिदिन किया जाना है .
इसके लिए उन्होंने बताया कि जमुई जिला में रोजाना 500 सैंपल का जांच किया जाना है. अर्थात सभी प्रखंडों में रोज़ाना कम से कम 50 सैंपल लिया जाना है तथा उसका जांच किया जाना है . उन्होंने सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिया कि जो प्रखंड बड़े हैं, वहां पर 50 से ज्यादा भी जांच किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति कोरोना टेस्ट कराने हेतु आता है, उसका टेस्ट अवश्य किया जाए .
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जिस सेंटर पर कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों का इलाज हो रहा है वहां की व्यवस्था सही ढंग से होनी चाहिए किसी प्रकार की समस्या नहीं होना चाहिए.
विज्ञापन
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बकरीद पर्व के अवसर पर विधि व्यवस्था का संधारण किया जाए, कहीं से भी कोई अप्रिय घटना नहीं घटी चाहिए इसको अपने स्तर से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनिश्चित करेंगे .उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि लॉक डाउन का अनुपालन शक्ति से कराना सुनिश्चित किया जाए यदि कोई आवश्यक सेवा का दुकानदार मास्क पहनकर या सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करता है, तो उस दुकान को सील करते हुए उसपर आर्थिक दंड भी लगाया जाए. उन्होंने कहा कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर, मास्क का उपयोग कर तथा सरकार के गाइडलाइन का अनुपालन कर कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है.