आज दिनांक 19 /7/2020 को झाझा प्रखंड में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में प्राइवेट स्कूलों का एक वर्चुअल मीटिंग किया गया . जिसमें झाझा प्रखंड के लगभग सभी विद्यालयों ने भाग लिया. इस मीटिंग में बहुत सारे बिंदुओं पर चर्चा हुई .जैसे लॉक डाउन की अवधि में बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा देना, अभिभावकों के द्वारा ऑनलाइन शिक्षा देने पर भी फीस का नहीं आना, तथा टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के द्वारा बार-बार स्कूल संचालकों पर वेतन को लेकर दबाव बनाना, मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा की गई.
जिलाध्यक्ष माननीय श्री लक्ष्मण झा जी ने बताया कि टीचरों को शिक्षकों के अथक प्रयास से ही सुदूर गांव में रहने वाले ग्रामीण बच्चे क्लास टेंथ में 93% प्रतिशत अंक लाकर अपना और अपने स्कूल का नाम रोशन किया. परंतु वह यह भूल गए, कि इसके पीछे शिक्षकों का कितना बड़ा योगदान था, फिर भी अभिभावक पैसे देने से कतरा रहे हैं. ऐसे में शिक्षकों की मांग भी कहीं ना कहीं जायज ही है। क्योंकि कि विद्यालय शिक्षकों से ही है ,अगर शिक्षक है, तो विद्यालय हैं. ऐसे में अगर शिक्षकों को पेमेंट ना मिले तो उसके सामने भुखमरी की समस्या आ जाएगी. परंतु संचालक भी क्या करें, अगर अभिभावक पैसे देंगे ही नहीं तो ऐसी स्थिति में संचालक क्या अपना सारा जमा पूंजी गहना जेवर जमीन जायदाद बेचकर के शिक्षकों को वेतन देंगे? यह एक गंभीर समस्या है. वही जिला कोऑर्डिनेटर प्रवीण कुमार सिन्हा ने संघ को मजबूत करने के लिए और जोर शोर से काम करने का आह्वान किया. प्रखंड अध्यक्ष निराला जी ने भी बारीकी से सभी बिंदुओं पर बात कहें. अंत में मैं अभिषेक सिंह, पुरुषोत्तम कुमार, शाहनवाज आलम , साइमन घोष ने भी अपने अपने वक्तव्य दिए और अपनी समस्याओं को गिनाया. धन्यवाद ज्ञापन श्री लक्ष्मण झा जी के द्वारा किया गया.