मथुरापुर पंचायत के नवकाडीह गांव में आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 149 में सेविका चयन को लेकर अयोजित आमसभा फिर एक बार हंगामे की भेंट चढ़ गई।हंगामें के कारण चयन प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया। पर्यवेक्षक के रूप में जिला सहायक आपूर्ति पदाधिकारी मनोज कुमार उपस्थित थे।सेविका चयन के लिए हुई बैठक में केंद्र संख्या 149 के लिए वर्ष 2014-15 में ऑफ लाइन बहाली निकाला गया था। उस वक्त कुल पांच आवेदकों ने आवेदन सौंपा था। बहाली और उसमें सेविका चयन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बावजूद उसे रद्द कर देने का मामला कुछ लोगों के द्वारा उठाया गया। लोगों का आरोप था कि वर्ष 2014-15 में पहली बार केंद्र संख्या 149 में सेविका बहाली को लेकर बहाली अखबारों में विज्ञापन देकर निकाली गयी। उक्त विज्ञापन के आलोक में सेविका चयन को लेकर आमसभा का भी आयोजन किया गया था। जिसमें मेधा सूची के आधार पर गुड़िया कुमारी का चयन भी सेविका के पद पर कर लिया गया। लेकिन बाद में उस बहाली को बिना किसी सूचना के रद्द कर नयी बहाली निकाल दी गयी। इस मामले में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पर भी अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया। डीपीओ के द्वारा सेविका बहाली को लेकर 27 अप्रैल 2022 को एक ही दिन में ज्ञापांक संख्या 446 व 451 के तहत दो तरह का आदेश जारी किया गया। डीपीओ के द्वारा निर्गत किये गए आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में भी मामला विचाराधीन है। इन बातों को लेकर आमसभा के दौरान हंगामा को देखते हुए जिला सहायक आपूर्ति पदाधिकारी मनोज कुमार के द्वारा सेविका चयन को लेकर आयोजित आमसभा को स्थगित कर दिया गया। ज्ञात हो कि मेघा सूची के अनुसार चौथे नंबर पर रही गुड़िया कुमारी पति मुकेश कुमार यादव के वरीयता मानते हुए नवकाडीह पश्चिमी टोला केंद्र संख्या 149 के लिए बहाल कर दिया गया परन्तु बहाली के बाद दिया जाने वाला नियुक्ति पत्र में केन्द्र संख्या 148 लिखे रहने के कारण चयनित गुड़िया कुमारी ने नियुक्ति पत्र को लेने से इंकार कर दिया और उसे सुधार कर देने का निवेदन किया। जिसके बाद उपस्थित पदाधिकारी ने भी इसे सुधार कर देने का आश्वासन देकर चले गए। कई माह बीत गए बावजूद नियुक्ति पत्र नहीं मिला।विभागीय चक्कर लगाने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं मिलने पर अभ्यर्थी गुड़िया ने माननीय उच्च न्यायालय का शरण लिया।गुड़िया ने बताया कि डीपीओ आइसीडीएस द्वारा पैसे की मांग की गई।पैसे की अधिक मांग किए जाने के कारण नियुक्ति पत्र से वंचित कर दिया गया।कहा कि इस बहाली से सम्बंधित पूर्व के सभी कागजातों की जांच होनी चाहिए। हमें न्याय मिलनी चाहिए,नहीं तो हम फिर माननीय उच्च न्यायालय की शरण में जाएंगे।इस अवसर पर वार्ड सदस्य,पंच,पूर्व मुखिया,सरपंच के साथ ग्रामीण मौजूद थे।