जमुई जिला में प्रवासियों का आना जारी है जिसके वजह से कोरोना का संख्या बढ़ता जा रहा है. आज कोरोना पीड़ितों का संख्या बढ़कर 26 से 27 हो गया. कटौना का रहने वाला जो दिल्ली से आया था वह संक्रमित पाया गया जिसके वजह से पूरा गांव परेशान है.हालांकि प्रशासन ने उनको पूरे परिवार समेत जमुई के अतिथि पैलेस में क्वॉरेंटाइन में रखा गया है.
एक खबर नवीनगर से आ रहा है वहां पर क्वॉरेंटाइन सेंटर में बिछाने को चादर तक नहीं मिला है. जबकि एक व्यक्ति को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने के लिए 1 दिन के लिए 2440 रुपए सरकार द्वारा निर्धारित है. क्या 2440 में 1 दिन का एक व्यक्ति को चादर मुहैया नहीं करा जा सकता. खाने की क्वालिटी के लिए तो सभी जानते है, कैसा है, और क्या है,
बिहार के निवासी क्वॉरेंटाइन को जेल ही मानते हैं. शायद ऐसा शासन प्रशासन ने बना कर रखा है .अगर ऐसा नहीं बनाते तो शायद वह भी जांच करा कर फिर घर जाते. अगर उनको सरकार द्वारा निर्धारित सुविधाएं मिल जाए. तो फिर वह भी चाहेंगे क्वॉरेंटाइन होने के बाद घर जाएं ना कि पहले.
बिहार के क्वॉरेंटाइन सेंटर में सुविधाओं का अभाव है. जिसके वजह से आए दिन ऐसी सूचना आती हैं कि लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर से भाग गए.