20 घंटे तक नही दर्ज हुआ मामला. एसडीपीओ के संज्ञान मे आते ही थानाध्यक्ष को मामला दर्ज करने का दिया निर्देश.
झाझा, एक निजी अस्पताल मे काम करने वाली लड़की के साथ उसी क्लिीनिक के डाॅक्टर के द्वारा जबरदस्ती करने की कोशिश किया गया.जिसका विरोध उक्त लड़की के द्वारा किया गया तो उसके साथ गाली गलौज करते हुये मारपीट किया. झाझा थानाक्षेत्र अंतगर्त चितोचक बाराकोला पंचायत की रहने वाली एक लड़की जो जनता सेवा सदन में बतौर नर्स के रूप मे काम करती है. नर्स ने जनता सेवा सदन के डॉक्टर केके सेठठी के ऊपर जबरदस्ती करने एवं मारपीट करने का आरोप लगाया है. जिसकी शिकायत पीड़िता के द्वारा थाना मे आवेदन देकर किया गया लेकिन लगभग 20 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के द्वारा मामला दर्ज नही किया गया था.
जिसके बाद झाझा एसडीपीओ के पास मामला पहुंचा और थानाध्यक्ष को पीड़िता के द्वारा दिये गये आवेदन पर मामला दर्ज करने का निर्देश दिया.20 घंटे बीत जाने पर भी मामला दर्ज नहीं होने की वजह पर थानाध्यक्ष श्रीकांत कुमार से इस मामले मे जानकारी ली गयी तो उन्होने बताया कि मामले की जांच की गयी.पीड़िता के द्वारा दिया गया आवेदन गलत है.
एसडीपीओ सतीश चंद्र मिश्रा से इस मामले में बात करने पर उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान मे आया है, जिसके बाद थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया कि पीड़िता के आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया जाये और मामले की जांच किया जाए
झाझा से सोनू कुमार की रिपोर्ट