जमुई जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत मटिया पंचायत के मटिया बाजार में मंगलवार 01 सितम्बर को दो भाइयों के आपसी विवाद में वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे पत्रकार के बेटे संजीत कुमार सूरज को राहुल कुमार व मुकुल कुमार पिता सागर मंडल ने जान से मारने की नियत से कुदाल से वार किया और संजीत कुमार का सर लहू लूहान हो गया।अत्यधिक रक्त स्राव होने के कारण वो गिर पडा।तब परिजनों के सहयोग से 12:45 बजे के करीब लक्ष्मीपुर थाना पहुँचे और लिखित आवेदन देकर ईलाज हेतु रेफरल अस्पताल लक्ष्मीपुर ले कर गये।जहाँ डाक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर ईलाज के लिए सदर अस्पताल जमुई भेज दिया। जबकि थानाध्यक्ष राजकुमार ने षड्यंत्र करके संजीत कुमार सूरज के आवेदन को काउंटर केस में तब्दील कर दिया।घायल संजीत कुमार सूरज ने बताया कि घटना 12:30 बजे के करीब हुआ था और मैं ने थाना में लिखित आवेदन 12:50 बजे दिया।उस समय सरोज देवी व पुत्र मुकुल कुमार थाना पर पहुँच।मुंशी ने हमारे सामने उसे भी आवेदन देने को कहा फिर किस आधार पर थानाध्यक्ष मेरे केस को काउंटर केस में तब्दील कर दिया।क्या यही न्याय है।एक तरफ जिले के पुलिस कप्तान प्रेसवार्ता में पुलिस और पब्लिक के बीच बनी खाईं को पाटने की बातें करते हैं और थाना में पदस्थापित थानाध्यक्ष रसूखदारों की बातें मानते हुए कारवाई करते हैं।क्या ऐसे में पुलिस के उपर आम जनता का विश्वास होगा? अब देखना है कि क्या घटना में संलिप्त लोगों के उपर कारवाई होती है या रसूखदारों के हाथों में सिमट जाती है। इस संबंध में घायल युवक के बडे पापा भूपेन्द्र मंडल ने बताया कि सागर मंडल पिता स्व0 सहदेव मंडल पत्नी सरोज देवी दोनों पुत्र राहुल कुमार व मुकुल कुमार योजनाबद्ध तरीके से शटर लगा कर मेरा पूरा दिवाल ढाह दिया।मना करने पर गाली ग्लोज करता था।तब मैंने अंचलाधिकारी मनोज कुमार को लिखित आवेदन दिया है कि उक्त कार्य को रोका जाए अन्यथा खून खरावा होने की संभावना है।इस पर अंचलाधिकारी ने राजस्व कर्मचारी को भेज कर कार्य को रुकवा दिया था।लेकिन राहुल कुमार व मुकुल कुमार बगैरह मिलकर मंगलवार को जबरन कार्य आरंभ कर दिया।जिसको लेकर दोनों पक्षों में कहा सूनी धक्कामुक्की होने लगा।इसी झगड़े का वीडियो बना रहे पत्रकार के बेटे संजीत कुमार सूरज को राहुल कुमार व मुकुल कुमार बगैरह मिलकर जान से मारने की नियत से कुदाल से सर फाड़ दिया गया है और वो लहू-लुहान होकर गिर पड़ा।
अगर उचित समय पर अंचलाधिकारी मनोज कुमार घटना स्थल पर गये, राजस्व कर्मचारी से प्रतिवेदन लेकर कारवाई की होती तो आज संजीत कुमार सूरज पर जान लेवा हमला नहीं होता।
मुकेश कुमार पासवान की रिपोर्ट