लक्ष्मीपुर प्रखंड में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या 4, सितंबर को कैंडल मार्च निकाला गया. कैंडल मार्च की अध्यक्षता लक्ष्मीपुर प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के लक्ष्मीपुर प्रखंड अध्यक्ष मुरारी सिंह के द्वारा किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जमुई जिला के जिला अध्यक्ष लक्ष्मण झा ने हिस्सा लिया एवं संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने बताया कि पूरे देश में कोविड-19 संक्रमण के दौरान अब अनलॉक की प्रक्रिया पूरे देश में शुरू हो गई है,ताकि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके.
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि 14 मार्च 2020 से देश के सभी शिक्षण संस्थान बंद है. इसमें सबसे दयनीय हालत निजी विद्यालय के संचालक एवं शिक्षकों के अलावा उनके परिवार एवं शिक्षक कर्मी भुखमरी की स्थिति से गुजर रहे हैं.निजी विद्यालयों में शिक्षण कार्य बंद है.बच्चों को प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाना बंद है. जहां तक राज्य सरकार की बात है, निजी विद्यालयों के समस्याओं पर बिल्कुल चुप्पी साधे है. सरकार निजी विद्यालय के संपदा को अपने कार्यों जैसे चुनाव में निजी विद्यालय के वाहनों को प्रयोग कोविड-19 के दौरान विद्यालय भवन का प्रयोग आदि करती रही, परंतु कोविड- 19 संक्रमण इस विषम परिस्थिति में जब सरकार को निजी विद्यालयों का ध्यान रखना चाहिए, तो राज्य सरकार ना कुछ बोल रही है ना सुन रही है. केवल तबाही का मंजर देख रही है. राज्य सरकार गरीब मजदूर के बच्चों को निजी विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने नहीं देना चाहती है एवं प्रखंड अध्यक्ष मुरारी सिंह ने बताया कि जहां एक तरफ सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे को मुफ्त राशन मुक्त पोशाक छात्रवृत्ति दी जा रही है. वहीं निजी विद्यालय में पढ़ने वाले गरीब बच्चों को कुछ भी मुहैया नहीं कराया जा रहा है . सरकार की इस दोहरी नीति के खिलाफ निजी विद्यालय संचालकों में असंतोष की भावना व्यक्त है. परंतु इस महामारी काल में निजी विद्यालयों के लिए अतिरिक्त फंड तो दूर की बात आरटीई के अंतर्गत 25 परसेंट गरीब एवं कमजोर समूह के बच्चों का पैसा पिछले 3 सालों से नहीं मिला इस संदर्भ में राज्य सरकार को पिछले 2 सालों से ई-मेल भी किया गया परंतु इसका प्रभाव राज्य सरकार पर कुछ नहीं पडा.बहुत निजी विद्यालय भवन की किराया देने में असमर्थ होने के कारण बंद हो गए. बहुत बंद होने की कगार पर है.सरकार की इस दोहरी नीति के कारण शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या 4, सितंबर लक्ष्मीपुर प्रखंड के सभी निधि विद्यालय संचालक द्वारा लक्ष्मीपुर प्रखंड मुख्यालय से लक्ष्मीपुर बाजार होते हुए लक्ष्मीपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित बाबासाहेब अंबेडकर की मूर्ति के पास सरकार की निजी विद्यालयों के प्रति दमनकारी नीति की निंदा की गई एवं विरोध स्वरूप कैंडल मार्च का आयोजन मास्क लगाकर एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किया गया. इस आयोजन में लक्ष्मीपुर प्रखंड के सैकड़ों विद्यालय संचालक एवं शिक्षक गण ने भाग लिया.
सुनील कुमार की रिपोर्ट