सोनो,शनिवार को चरकापत्थर थाना क्षेत्र के असरहुआ के मदन मंडल (65) की मौत बरनार नदी के लिपटवा घाट पर बालू खनन से बने गड्ढे में डूबने से हो गई. मृतक के स्वजनों ने बताया कि शनिवार की सुबह मदन अपने मवेशियों को लेकर चराने के लिए बरनार नदी के किनारे गया था. इस दौरान उसे शौच लगी और शौच के बाद जब वह पानी लेने गड्ढे के पास पहुंचे तो उसका पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया.
जिससे उसकी मौत हो गई. दोपहर तक मृतक मवेशियों को लेकर वापस घर नहीं पहुंचा तो उसकी खोजबीन शुरू की. बरनार नदी में बालू खनन से बने गड्ढे के किनारे मृतक का चप्पल व कपड़ा रखा था. जिसे देखकर स्वजनों ने स्थानीय युवकों की सहायता से गड्ढे में उसकी खोजबीन की और उसकी लाश को गड्ढे से बाहर निकाला. गड्ढे में मदन की लाश मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मृतक की लाश को एनएच 333 सोनो चकाई मार्ग पर लिपटवा मोड़ के समीप सड़क पर रखकर चार बजे एनएच को जाम कर दिया.
ग्रामीणों का आरोप था कि ठेकेदार ने तय मानक को दरकिनार कर नदी से 15 से 20 फीट गहराई तक बालू निकाल लिया, जिससे नदी में बड़ा बड़ा गड्ढा बन गया है. कहना था पूर्व में भी प्रशासन से ठेकेदार के विरुद्ध शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. आक्रोशित ग्रामीण वरीय पदाधिकारी को जाम स्थल पर बुलाने, नदी में गड्ढे को तत्काल भरने,मुआवजा व संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग पर अड़े थे.
जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे झाझा एसडीपीओ रविशंकर प्रसाद, अंचलाधिकारी राजेश कुमार, अंचलाधिकारी चकाई राकेश कुमार, चरकापत्थर थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार,प्रभारी सोनो थानाध्यक्ष राजेश कुमार, एसआई उपेंद्र कुमार सिंह, एसआई त्रिपुरारी कुमार, एसआई सत्यनारायण पाठक ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाया. मुआवजा,गड्ढे को भरने व ठेकेदार के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई के भरोसा के बाद ढाई घंटे के तकरीबन ढाई घंटे के बाद जाम को समाप्त करवाया गया.
योगेंद्र प्रसाद उर्फ कुंदन की रिपोर्ट