🔴 अजातशत्रु के नाम से जाने जाते थे अटल विहारी वाजपेयी जी,राष्ट्र के प्रति समर्पित थे, महामानव बाजपेयी – बिकास प्रसाद सिंह
भाजपा के युग पुरुष एवं प्रेरणास्रोत भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रधेय अटल बिहारी बाजपेयी का द्वितीय पुण्य तिथि खैरा के टिहिया गाँव मे मनाया गया । जहां पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कार्य समिति सदस्य व पूर्व जिला पार्षद बिकास प्रसाद सिंह सहित अन्य शामिल हुए ।
पुण्यतिथि के मौके पर उनके तैलचित्र पर सभी कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर नमन किया । मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री बिकास ने कहा की सच मे ऐसे महापुरुष माँ भारती के सच्चे सपूत थे , जिन्होंने मात्र 13 महीने के कार्यकाल में जो कांग्रेस 50 वर्षो में नही कर पाई, वो परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र बनाने का ऐतिहासिक कार्य किया ।जिसके कारण चीन सहित अन्य देश आज भारत की तरफ बुरी नजर से देखने की हिम्मत नही करता है । इसके अलावा देश के कोने कोने तक सड़क का जाल बिछाने का कार्य पूरा किया ।सीक्स लेन कॉरिडोर बाजपेयी जी का ही देन है , उन्ही के बचे हुए कार्य आज राष्ट्रपुत्र देश के जन जन में समाए हमारे प्रधानसेवक मा० नरेंद्र मोदी पूरा कर रहे है । उन्होंने आगे कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी पूरी जिन्दगी माँ भारती की सेवा करते हुए 16 अगस्त 2018 को देहावलीन हो गए । अटल जी भारत के दसवें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लिए थे , वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक , तथा फिर 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे । वे हिन्दी कवि , पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे। भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में एक थे और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे । उन्होंने लम्बे समय तक राष्ट्रधर्म , पाञ्चजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत – प्रोत अनेक पत्र पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया ।
कार्यक्रम में क्रीड़ा मंच प्रदेश कार्य समिति सदस्य नरेंद्र सिंह ने कहा कि वह चार दशकों से भारतीय संसद के सदस्य थे , लोकसभा ओर निचले सदन मे दस बार एवं दो बार राज्य सभा के ऊपरी सदन में चुने गए थे। उन्होंने लखनऊ के लिए संसद सदस्य के रूप में कार्य किया ।
किसान मोर्चा प्रदेश कार्य समिति सदस्य उदय नारायण सिंह ने कहा की 2009 तक उत्तर प्रदेश जब स्वास्थ्य सम्बंधी चिंताओं के कारण सक्रिय राजनीति से सेवानिवृत्त हुए। अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारम्भ करने वाले वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पहले प्रधानमन्त्री थे , जिन्होंने गैर काँग्रेसी प्रधानमन्त्री पद के 5 साल बिना किसी समस्या के पूरा किए । समाजसेवी राहुल सिंह ने कहा कि आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेने के कारण इन्हे भीष्म पीतामह भी कहा जाता है। उन्होंने 24 दलों के गठबंधन से सरकार बनाई थी जिसमें 81 मन्त्री थे।
पुण्यतिथि कार्यक्रम में किसान मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बालमुकुन्द सिंह , किसान नेता वीरेंद्र शर्मा , पंचानंद पाण्डेय , मुकेश सिंह , रोहित सिंह , लोजपा के सोनो अध्यक्ष अमित सिंह , लोजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ विक्कू सिंह , उमाकांत सिंह , सुमित सिंह , त्रिवेणी सिंह , पांडव सिंह , कमलेश कुमार तथा सुबोध सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता गणों ने पुष्प अर्पित कर नमन किये।
निलेश कुमार की रिपोर्ट