जमुई, विश्व में आम की तरह-तरह की प्रजातियां पाई जाती है. हम लोगों ने भी आपकी बहुत सारे प्रजाति के आम का स्वाद चखा है. उनमें से एक आम की प्रजाति मियाजाकी आम बिहार में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस अनोखे आम की कीमत पिछले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 लाख 70 हजार प्रति किलो था.इस खास आम को विश्व का सबसे महंगा फल माना जाता है.
Viral Video: मामी को हुआ भांजे से प्यार, सामाजिक मर्यादा को तार-तार करते हुए दोनों ने किया शादी
इस अनोखे आम का पेड़ विज्ञान और प्रधोगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह के पटना स्थित आवास पर भी है.हाल ही ही में जनाकरों ने मंत्री जी को बताया है कि आपके आवास पर लगा यह आम मियाजाकी ही है. मंत्री से जब इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मुझे अचानक ही जानकारी मिली है कि मेरे आवास पर मियाजाकी आम का पेड़ है,जो विश्व का सबसे महंगा फल है. अब, इसके पैदावार से जुड़ी वैज्ञानिक जनकारी इकठ्ठा कर बिहार में इसके बागवानी के संभावनाएं तलाशने का प्रयास करूंगा. ताकि चकाई विधानसभा, जमुई जिला, अंगक्षेत्र समेत बिहार किसानों को लाभ मिल सके. मैं हमेशा प्रयास करता हूं कि क्षेत्र और प्रदेश के युवा और किसान आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो और विकास की नई गाथा लिखे. इसके लिए संभावनाओं को टटोल कर विभिन्न योजनाओं को विस्तार देना हमारी प्राथमिकता में है.
जापान के मियाजाकी शहर मे उगाया जाता है यह आम
लाल रंग के इस आम को (Egg of the sun) सूर्य का अंडा भी कहा जाता है.यह आम साधारण आम से अलग दिखता है आम का रंग दूसरे आम की अपेक्षा काफी आकर्षक सुर्ख लाल है. यह भारत और साउथ एशिया में काफी पॉप्युलर है. यह आम मुख्य रूप से जापान के मियाजाकी शहर में उगाया जाता है .मियाजाकी वरायटी के एक आम का वजन 350 ग्राम के आसपास होता है. इसमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है.मियाजाकी आम में ऐंटीऑक्सीडेट्स, बीटा-कैरोटीन और फॉलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. ये आंखों के लिए फायदेमंद माने जाते हैं.ये आम सुर्ख लाल रंग का होता है और इसका आकार डायनोसॉर के अंडे जैसा होता है.जापान के मियाजाकी शहर में उगाये जाने की वजह से आम का नाम मियाजाकी पड़ा है.
कुमार नेहरू की रिपोर्ट
Chief & best Shoes