सिकन्दरा प्रखण्ड अंतर्गत कुमार गांव में बने तालाब के पास माँ नेतुला की मंदिर स्थित है। यह मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मान्यता के अनुसार यह मंदिर 1600 साल पुराना है।खास कर यह मंदिर नवरात्र में अपनी आप मे एक विशेषता है यहाँ कई राज्यो से लोग पहुंच कर 9 दिन की व्रत रखते हैं मंदिर के किनारे बने तालाब को सुंदर और सुगम बनाने को लेकर कई माह से काम चल रहा था जिसमें तालाब की चारों और चार दिवारी तालाब सीढ़ी उस पर टाइल्स लगाना एवं तालाब की खुदाई जैसे कार्य किए जा रहे हैं इसी खुदाई के दौरान आज तालाब से भगवान शंकर का शिवलिंग मिला इसके बाद यह खबर आग की तरह आसपास के इलाकों में फैल गई.
जिसके बाद भगवान शिव की झलक पाने को लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी. जानकारी देते हुए कुमार गांव निवासी एवं मंदिर कमेटी के अनुज कुमार सिंह ने बताया कि मंदिर की तालाब की खुदाई का कार्य चल रहा था. जेसीबी मशीन के द्वारा खुदाई का कार्य किया जा रहा था तभी जेसीबी का ड्राइवर ने कहा कि यहां पर कोई बड़ा सा पत्थर है. जिसके बात इन्होंने जाकर देखा तो वह एक शिवलिंग का रूप का दिख रहा है. काफी मिट्टी लगे होने के कारण उसे बाहर ला कर मंदिर में पानी से धोया गया. जिसके बाद पता चला कि वह काफी प्राचीन शिवलिंग है।
जिसके बाद श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लग गई।जिसके बाद लोगो ने कहा कि इस तालाब से कल भी एक पत्थर निकला था जिसको मिट्टी के साथ किसी के खेत मे फेक गया है फिर ग्रामीणों ने ट्रैक्टर के माध्यम से उस पत्थर को भी मंदिर में ला कर मिट्टी को धोया तो उससे माँ पार्वती का रूप में दिख रहा था. हालांकि अभी मशीन से निकालने के दरमियान उसका एक भाग टूट गया है.जिससे पूरा माँ पार्वती दिखती तो नही है परंतु लोगो का कहना है कि यह माँ पार्वती का ही प्रतिमा है. शिवलिंग मिलने के बाद बुजुर्गों के सुझाव पर वहां मंदिर बनाने का विचार किया गया. हालांकि मंदिर का निर्मण पहले से माँ नेतुला मंदिर में किया जा रहा है। जहाँ बाहर से ला कर भगवान शंकर एवं माँ पार्वती की प्रतिमा की स्थापना किया जाना था. परंतु मंदिर कमिटी के अनुसार अब आपरूपी प्रकट हुए प्रतिमा को ही स्थापित किया जाएगा.
सिकंदरा से प्रवीण कुमार दुबे की रिपोर्ट