बरहट,मंगलवार को वैदिक मंत्रोउच्चारण के साथ मां कालिका की पट खुल गया। हालांकि मां की पट सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद संध्या में खुला गया। पट खुलते ही पूजा अर्चना करने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ा। इस दौरान जय मां कालिका, जय मां कालिका की जय घोष से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया। श्रद्धालुओं ने मां कालिका की पूजा अर्चना कर अपने जीवन में सुख शांति की कामना की। मंदिर प्रबंधक की ओर से मंदिर के चारों और चुनमुन झालर लाइट से सजाया गया है। जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।बताते चलें कि मां कालीका की पूजा पूरे जिले में प्रसिद्ध है।
यहां वार्षिक पूजनोत्सव के दौरान आसपास जिले से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं।1986 में मलयपुर निवासी अशोक सिंह के पहल पर मां कालिका की पूजा की शुरुआत की गई थी। इसके बाद लगातार पूजा अर्चना होती आ रही है। जो श्रद्धालुओं के लिए 36 सालों से आस्था का केंद्र बना हुआ है। मां कालीका मंदिर स्वच्छता व आस्था का सुवे में अपना अलग पहचान है। मंदिर में पिछले 11दिन से महरुदचंडी हवनात्मक यज्ञ हो रही थी। जिससे कि पूरा इलाका भक्तिमय हो गया है। वहीं पूजा-अर्चना करने में श्रद्धालुओं की कोई परेशानी ना हो इसके लिए मलयपुर थानाध्यक्ष राजवर्धन कुमार अपने दल बल के साथ मुस्तैद दिखे।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट