जमुई बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ सम्बद्ध एक्टू राज्य व्यापी आह्वान के तहत जिला इकाई जमुई की ओर से स्टेडियम मैदान से मार्च निकाला गया. जिसका नेत्रत्व संघ के अध्यक्ष इन्दू देवी कर रही थी. मार्च चलकर जिला समाहरणालय के समक्ष धरना दिया गया.
धरना को सम्बोधित करते हुए एक्टू जिला संयोजक कामरेड बासुदेव राय ने कहा की केंद्र की सरकार देश के सारी संस्थानों को निजी कम्पनी के हाथों गिरवी रख रहें है.करोना महामारी के लाॅक डाउन में रोजगार खत्म हो गया, देश की आर्थिक स्थिति गिर गई. दुसरे ओर मुकेश अंबानी अडानी को लाखों करोड़ों का कर्जा माफ कर दिया गया, ठेका मानदेय पर काम कर रहे संविदा कर्मी को धोखा दिया जा रहा है. बिहार में नीतीश सरकार न्याय के साथ बिकास करने का वादा किये थे. सभी बिकास योजनाओं में लूट और भ्रष्टाचार सीमा पार है.2020 के विधान सभा चुनाव में जनता इनसे हिसाब मांगेगी और गद्दी से बेदखल कर देगी.
धरना को सम्बोधित करते हुए संघ के जिला सचिव मोहम्मद हैदर ने कहा की विद्यालय रसोइया नौ बजे से चार तक विद्यालय में काम करती है. उन्हें न्युनतम मजदूरी भी नहीं दी जाती है.पन्द्रह सो रूपए मानदेय मिलता वह भी साल में दस महीने का ही मानदेय दिया जाता है.जिले के कोरेनटाइन सेन्टर में रसोइया प्रवासी मजदूरों के लिए खाना बनाई.उन्हे 289 रूपये के हिसाब से मजदुरी देने की बात हुई थी मगर नही दिया गया. उन्होंने रसोइया को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने व इक्कीस हजार रूपए मानदेय देने की मांग किया, ग्यारह सूत्री मांग पत्र उप बिकास आयुक्त जमुई को सौपा गया.धरना में उपस्थित रीना देवी, पुतूल देवी, पानो देवी, निर्मला देवी, बिन्दु देवी, मुन्नी देवी, संगीता देवी, उमा देवी, इलायची देवी, ब्रह्मदेव ठाकुर आदि सेकङो रसोइया थे.
मुकेश कुमार की रिपोट