जमुई/चकाई, प्रखंड कार्यालय परिसर में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा प्रखंड के 30 राजमिस्त्रियों को भूकंपरोधी निर्माण के लिए प्रशिक्षण दिया गया. भूकंप से निपटने के लिए तथा भूकंप पर जोखिम को कम करने के लिए राज्य सरकार के निर्णय के आलोक में भूकंपरोधी भवनों के निर्माण तथा पुराने भवनों के सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य में राज में स्त्रियों को प्रशिक्षित करने का कार्य बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है.यह प्रशिक्षण सात दिवसीय है.
जिसमें भवन की आकृति,नीव के निर्माण सामग्रियों के उपयोग एवं जांच की सरल विधियो,ईंट 6 घंटे पानी में फुलाकर ही उपयोग करने,छड़ बांधने की सही तकनीक,छड़ो को जंग से बचाने के लिए कवर ब्लॉक लगाने,ईंट पैकेट में खड़ा, छड़ खड़ा करने सहित आवश्यक जानकारी अभियंता प्रशिक्षकों द्वारा दिया जा रहा है. वरीय तकनीकी सलाहकार अरुनकान्त मिश्रा ने बताया कि प्रशिक्षण में राजमिस्त्रियों को भूकंपरोधी निर्माण के बहु तकनीक के उपयोग को समावेशित करते हुए एक मॉडल भवन का निर्माण भी कराया जाता है. जिसमें नए निर्माण का रिट्रोफिटिंग के विभिन्न तकनीक का प्रयोग राजमिस्त्रयो से कराए जाते हैं.साथ ही प्रोजेक्टर स्क्रीन के साथ वर्ग प्रशिक्षण दी जाती है.
वही ट्रेनिंग इंचार्ज ई.अभिनव कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण में 30 राजमिस्त्री भाग ले रहे हैं. जिन्हें प्रशिक्षण उपरांत ₹700 प्रतिदिन की दर से ₹4900 का चेक द्वारा भुगतान, प्रमाण पत्र प्रदान किए जाते हैं. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण प्रशिक्षण संबंधी प्रबंधन अंचलाधिकारी द्वारा किया गया है. ट्रेनर ई.अमित कुमार व टुनटुन कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण से राजमिस्त्रियों के हुनर तथा कौशल में वृद्धि होगी. जिससे समाज में भूकंप सुरक्षित एवं भवन का निर्माण होगा तथा आम लोगों तक तकनीकी जानकारी पहुंचेगी जिससे समाज में असुरक्षित निर्माण की संस्कृति तथा जागरूकता विकसित होगी.
विकास कुमार लहेरी की रिपोर्ट