जमूई, रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी व कमरतोड़ महंगाई, गुलामी के चार कानूनों कंपनी राज निजी करण और देश के संसाधनों को बेचने , संविधान और लोकतंत्र पर हमले के खिलाफ आज पूरे देश में संयुक्त ट्रेड यूनियन के आवाहन पर हड़ताल किया गया और जमूई जिला में संयुक्त ट्रेड यूनियन और वामपंथी दलों ने आज अभय सिंह स्मारक स्थल से मार्च निकालकर बाजार पोस्टऑफिस, होते हुए फिर अभय सिंह स्मारक स्थल पर सभा मे तब्दील हो गया.
सभा की अध्यक्षता करते हुए भाकपा माले के नेता कामरेड बासुदेव राय ने संबोधित करते हुए बासुदेव राय ने कहा कि नरेंद्र मोदी की पहली सरकार ने किसानों की जमीन हड़पने के लिए अध्यादेश लाए अब खेती को हड़पने के लिए कृषि संबंधित काला कानून लेकर आये है जो किसान विरोधी कानून है.
गुलामी के चार श्रम कोर्ट कानूनों को वापस ले सरकार- बाबू साहब
मौके पर उपस्थित भाकपा माले के जिला सचिव कॉमरेड शंभू शरण सिंह ने कहा की आत्मनिर्भरता भारत का झूठा नारा देकर अन्नदाता के साथ धोखाधड़ी एवं उन्हें लूटने का खुला निमंत्रण दिया जा रहा है कॉर्पोरेट परस्त नीतियों के कारण देश आज गंभीर आर्थिक मंदी में फंस गया है जिसमें सबसे बुरा हाल किसानों का है अदानी अंबानी की आमदनी बुलेट ट्रेन की रफ्तार से बढ़ रही है जबकि देश का जीडीपी -23.9% तक गिर गया है इससे निकलने का एकमात्र रास्ता है कि किसानों के जेब में पैसा डालना उनकी क्रय शक्ति बढ़ेगी तो बाजार में मांग पैदा होगी परंतु मोदी सरकार उल्टे किसानों के पेट पर लात मार रही है.
संविधान दिवस पर अंग्रेजों की तरह व्यवहार कर रही हैं ये सरकार-शम्भू शरण
सभा को संबोधित करते हुए आइसा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा कि बिहार में आजादी के बाद देश के मजदूरों ने अपने अधिकार के लिए लड़कर जो कानून बनाया था उस सारे अधिकार को मोदी सरकार ने एक झटके में खत्म करके गुलामी के चार श्रम कोड कानूनों को लागू कर दिया है जो पूरी तरह श्रम विरोधी कानून है आज देश के किसानों स्थिति जर्जर हो रही आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे है वही मोदी सरकार के शासन में देश के चंद उद्योगपतियों को छूट देकर उनके आमदनी को बुलेट ट्रेन रफ्तार देने में लगे हुए है यह सरकार पूरी तरह से कॉर्पोरेट परस्त और किसान विरोधी सरकार है इसलिए इस सरकार को जान तय है गजाधर रजक, शिव शंकर सीटू नेता शंकर साह ने भी सभा को सम्बोधित किया.
किसान विरोधी कृषि कानून वापस नहीं लेगी सरकार तो उग्र होगा आंदोलन-बासुदेव राय
मौके पर हैदर अंसारी, ब्रह्मदेव ठाकुर, इंदु देवी हेमलता देवी, नरेश यादव, शंकर शाह, सुभाष सिंह जयराम तुरी, यादव सुरेंद्र यादव, बासुदेव किस्को, छब्बू मांझी अन्य लोग उपस्थित थे.
मुकेश कुमार की रिपोर्ट