जमुई, बिहार में सरकारी योजनाओं मे विभागीय लूट एवं सरकारी पैसे का दुरुपयोग का मामला हमेशा सुर्खियों में रहा है. ताजा तरीन मामला जमुई के सिंचाई विभाग से आया है. जहां लघु सिंचाई प्रमंडल जमुई के कार्यपालक अभियंता अनीश कुमार भारती ने नगर थाना में सरकारी पैसे का लूट और गबन का केस दर्ज कराया है. कार्यपालक अभियंता द्वारा अलग-अलग सिंचाई योजनाओं में सरकारी राशि का दुरुपयोग, गबन और लूट के सिलसिले में आठ संवेदक और सात इंजीनियरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
प्राप्त सूचना के अनुसार पटना से आए पत्र के बाद कार्यपालक अभियंता द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसमें दस अलग-अलग विभिन्न योजनाओं में सरकारी राशि का दुरुपयोग और गबन का दोषी पाए जाने का जिक्र है. इस मामले में आठ संवेदक और सात इंजीनियरों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. कार्यपालक अभियंता अनीश कुमार भारती ने नगर थाना में जो लूट और गबन का केस दर्ज कराया है, उसमें शामिल संवेदकों में अशोक कुमार एंड कंपनी निवास के कर्ता-धर्ता अशोक कुमार को सिंचाई योजना दौलतपुर नवा आहार में दोषी पाया गया है. कुमार राम रंजन सिंह को धमनियां आहर के निर्माण में, महेंद्र कुमार सिंह को कुशमाहा रिजर्वायर योजना में, नितेश कुमार सिंह को दिरंगी आहर में, राजेंद्र कुमार को चार सिंचाई योजना में, राजेश कुमार सिंह को दो योजना, मेसर्स रूपम कंस्ट्रक्शन के रामसकल यादव को दो योजना, मेसर्स सतिया कंस्ट्रक्शन के महेंद्र यादव का नाम गबन करने वालों में शामिल है.जानकारी के मुताबिक लघु सिंचाई विभाग में योजनाओं के नाम पर लूट खसोट और सरकारी राशि का दुरुपयोग का यह मामला वर्ष 2007-2008 का बताया जा रहा है.
कुमार नेहरू की रिपोर्ट