सिकन्दरा प्रखंड सह अंचल कार्यालय सिकन्दरा में इन दिनों स्वच्छ भारत अभियान हवा-हवाई साबित होता दिख रहा है. यहां तक कि प्रखंड सह अंचल कार्यालय में कोई ऐसा जगह नही है. जहाँ पान व गुटखा की पीक के बदनुमा दाग चप्पे चप्पे पर बिखरे हुए ना हो. हर जगह हर कोने में कचरे का अंबार है. जो बीमारियों को आमंत्रण दे रहा है. बता दे कि मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी दफ्तरों, अस्पतालों और स्कूल कॉलेजों में पान मसाला, गुटखे व तंबाकू के सेवन पर पाबंदी लगाने के आदेश दे रखे होने के बाद भी कार्यालय के दीवारें पान व पान मसाला की पीकों से रंगी नजर आ रही हैं.
करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई प्रखण्ड कार्यालय भवन को यहां के कर्मचारियों व आने वाले फरियादियों ने पान की पीक से रंग डाला है. मुख्य गेट से ही इसका नजारा दिखने लगता है. जिस जिस जगह कचरा पान एवं गुटके की दाग है. उस जगह से प्रतिदिन सिकन्दरा प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ,प्रखण्ड अंचलाधिकारी, प्रखण्ड पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखण्ड प्रमुख जैसे अन्य कई पदाधिकारी गुजरते है. परंतु किसी की नजर इस कचरे के अंबार पर नही जाती है.
इतना ही नही प्रखंड एवं अंचल कार्यालय के पदाधिकारियों के अलावे जिले के कई अधिकारियों का भी आना जाना लगा रहता है. लेकिन किसी की नजर उस गंदगी की और नहीं जाती है. जो बीमारियों को आमंत्रण दे रहा है. परिसर में जो गंदगी का अंबार लगा हुआ है यह बता रहा है कि साफ-सफाई के मामले में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. भले ही विभाग व प्रशासन लाख दावा करे,लेकिन जो स्थिति बनी है सभी दावे की पोल खो रही है.
सिकंदरा से प्रवीण कुमार दुबे की रिपोर्ट