सिकन्दरा मुख्य चौक पर प्रतिदिन वाहनों की लंबी लंबी कतारें लगी रहती हैं. आपात स्थिति में हालत इतनी खराब होती है कि कभी-कभी लोग आपस में भिड़ भी जाते हैं. स्थानीय लोगों ने कई बार मांग की है कि प्रशासन इस समस्या का शीघ्र कोई हल निकाले. बता दे कि सिकन्दरा के मुख्य चौक चार जिलों को जोड़ने वाली काफी व्यस्त चौक में से एक है. जिससे अक्सर जाम की समस्या पैदा होती है. जिसका हल अभी तक नहीं निकाला जा सका है.
आपात स्थिति में यदि किसी को आना जाना हो तो कई मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं. प्रशासन को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई हल निकालना चाहिए. हालांकि सिकन्दरा मुख्य चौक पर ट्रेफिक लाइट भी लगाया गया है, परंतु अभी तक यह चालू नही किया गया है. हालांकि यह कितना कारगर होगा यह आने वाला समय ही बताएगा. फिलहाल लोगो को हो रही परेशानी का कोई हल नही है. जाम की समस्या इतनी गंभीर है कि अब लोग सिकन्दरा चौक जाने से कतराने लगे हैं. एक तरफ शादी विवाह मुंडन की खरीदारी करनी है तो वही पूरे दिन शहरवासी जाम की समस्या से जूझते रहे. इस चिलचिलाती धूप में घंटो तक लगे महाजाम में फंसे महिला, बच्चे, बूढ़े कराहते नजर आए. सड़क किनारे टेम्पू व चार पहिया एवं बाइक लगा रहना वाहन पार्किंग की वजह से भी जाम की समस्या और भी गंभीर हो रही है.
फुटपाथी दुकानदारों के कारण हर दिन जाम की समस्या विकराल होती जा रही है. प्रशासनिक उदासीनता के कारण सड़क किनारे फुटपाथ पर अतिक्रमणकारियों का जमावड़ा भी है. जिन्हें प्रशासन का भी भय नहीं है. सड़क किनारे दो पहिया व चार पहिया वाहनों को खड़ा करना जाम का प्रमुख कारण है. इस समस्या पर नगर प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा इस ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
प्रवीण कुमार दुबे की रिपोर्ट