चकाई प्रखंड के लीलुडीह गांव में स्थापित काली मां का पुनर्स्थापना पूरे विधान के साथ नव-निर्मित मंदिर में सोमवार को किया गया.इस आशय की जानकारी देते हुए मंदिर के पुजारी पं. शालिग्राम पांडेय ने बताया कि लीलुडीह गांव के ग्रामीणों द्वारा करीब तीन सौ वर्ष पूर्व मां काली को स्थापित किया गया था, तब से आज तक इस गांव के साथ-साथ आस-पास के इलाकों में किसी भी प्रकार की कोई महामारी नहीं होती है.वर्षो पुरानी स्थापित काली मंदिर के बीचों-बीच आम का पेड़ था,जिसके बाद मंदिर के बीच अब पीपल का पौधा हो गया था,जिस वजह से माता की पिंडी टूट-फुट गयी थी.माता के नव निर्मित मन्दिर के निर्माण हेतु लीलुडीह के ग्रामीणों से चंदा इक्कट्ठा कर माता के नव मन्दिर का निर्माण कराया.ततपश्चात सोमवार को समस्त ग्रामीणों की उपस्थिति में पुरोहितो द्वारा पुराने मन्दिर से नव मन्दिर में माँ काली को बिठाया गया.इस दौरान माता का आह्वान किया गया.ग्रामीणों ने माता से ग्रामवासियों पर अपनी कृपा बनाये रखने का आह्वान कर नव स्थल पर माता को बिराजमान कराया गया.कहा जाता है माता की कृपा लीलुडीह ग्रामीण पर बरसती है,जिससे इस गांव में आज तक किसी भी प्रकार की महामारी का प्रकोप माता की कृपा से नही आ पाती है.
रविवार से मन्दिर की पूजा अर्चना शुरू की गई थी.जो की सोमवार की पूजा अर्चना कर माता को बिराजमान किया गया.मंगलवार तक पूजा अर्चना चलेगा.रविवार से ही ढोल-नगाड़े बजाकर माता का आह्वाहन कर माता से पुरानी जगह छोड़ नए मन्दिर में आने के लिए ग्रामीणों द्वारा करूण वंदन किया गया था.लीलुडीह गांव के निरंजन उपाध्याय एवं उनकी पत्नी मुख्य रूप से पूजा में शामिल हुए.जबकि पुरोहित ओंकार शरण पांडेय,शालिग्राम पांडेय ने विधिवत पूजा अर्चना कराया.इस मौके पर अवधेश उपाध्याय,परमानंद उपाध्याय,अरविंद उपाध्याय,रजनी उपाध्याय, मनोज उपाध्याय,प्रदीप उपाध्याय,नरेश उपाध्याय,प्रसादी यादव,मंटू उपाध्याय,बिधुरंजन उपाध्याय,प्रताप उपाध्याय,प्रवीण उपाध्याय,मुकेश उपाध्याय,राजीव उपाध्याय, राजीव रंजन उपाध्याय, जयशंकर, गुडन, शिवम, प्रमीत, छोटू, गोल्डन, घुटन, चंदन, विकास, शोनु, मथुरा तुरी, शिवा यादव, झुपर यादव सहित सैकड़ो महिला एवं पुरूष उपस्थित थे.
बिंधुरंजन उपाध्याय की रिपोर्ट