सोनो, स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी और आमुलचुल रवैए के कारण सोनो में कोरोना संक्रमण महामारी का रूप धारण करना प्रारंभ कर दिया है । बिति एक सप्ताह पुर्व सोनो बाजार निवासी स्व: भुनेश्वर बरनवाल की मौत संभवत: कोरोना संक्रमण को लेकर होने की कयास लगाया जा रहा था , चुंकि उनके मौत के बाद कोरोना होने की जांच एवं पुष्टि नहीं हो पाई थी । लेकिन परिजनों द्वारा यह कहा गया था, कि उनकी मौत से क्ई दिनों पुर्व उन्हें खॉसी ओर तेज बुखार था । जिस वजह से परिजनों ने कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग से आरजु विनती की गई थी। लेकिन 15 घंटे तक इंतज़ार के बाद भी स्वास्थ्य विभाग का ध्यान सोनो के लोगों पर केंद्रित नहीं हो सका । बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा यदि मृतक व्यक्ति की जांच की गई होती, तो शायद सोनो मे कोरोना महामारी फैलने से रोका जा सकता था। लेकिन जैसे-जैसे एक-एक दिन व्यतीत होते गये लोगों मे बना भय बढ़ता गया ।
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इसी बीच बिति बुधवार को मृतक के परिजनों मे क्रमस: विकास कुमार , राखी कुमारी एवं राकेश कुमार सहित कुल चार लोगों को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने की खबर सुनते ही सोनो बाजार के लोगों मे भय इस तरह व्याप्त हो गया मानो बज्रपात हो गई हो , जानकारी के अनुसार कोरोना पॉजिटिव पाए गए इन सभी सदस्यों को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरेंटाइन के लिए ले जाया गया है । इधर सोनो बाजार में बसने वाले भय से व्याकुल लोगों ने अविलंब पुरे सोनो बाजार को सैनिटाइजर छिड़काव कराने की मांग स्वास्थ्य विभाग से की है।
यहां बताते चलें कि सोनो बाजार में प्रत्येक दिन कोरोना संक्रमित मरिजों का पाये जाने पर सोनो बाजार पुर्णत: बंद है, वहीं सोनो थाना की पुलिस के द्वारा पैदल भ्रमण करते हुए लोगों को अपने घरों से बाहर नहीं निकलने एवं आवश्यक जरुरी पड़ने पर घरों से बाहर निकलने से पूर्व मास्क पहनकर निकलने की अपील किया जा रहा है।
संवाददाता निलेश कुमार की रिपोर्ट