बरहट -कृषि समन्वयक के बाद अब जिले के किसान सलाहकार भी अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिला कृषि कार्यालय के मुख्य द्वार पर कृषि समन्वयकों के साथ किसान सलाहकारों ने भी गुरुवार को धरना प्रदर्शन दिया। कृषि समन्वयक के साथ किसान सलाहकार के हड़ताल पर जाने से कृषि योजनाएं प्रभावित होगी। इनके हड़ताल पर जाने से बीज वितरण, मिट्टी नमूना संग्रह, किसान सम्मान योजना और बिहार राज्य फसल बीमा योजना में सत्यापन का कार्य प्रभावित हो जाएगा। जानकारी देते जिलाध्यक्ष वीरचंद्र पटेल ने कहा कि हमारी एकसूत्री मांग किसान सलाहकार का समायोजन जनसेवक में करते हुए सम्मानजनक वेतन भुगतान है। विगत 13 वर्षों से हमारी मांग को अनसुना कर दिया जा रहा है। इस महंगाई में अल्पवेतन में भी किसान सलाहकार अपना उत्कृष्ट सेवा प्रदान कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि बिहार को तीन बार राष्ट्रीय कृषि कर्मण्य पुरस्कार प्राप्त हुआ है।हम सलाहकार राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचा कर किसानों को इसके लाभ से आच्छादित कर रहे हैं। बता दें कि वेतनमान संशोधन की मांग को लेकर कृषि समन्वयक पहले से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। बताया जाता है कि कृषि समन्वयक के आईडी से ही विभागीय योजनाएं यथा बीज वितरण, किसान सम्मान योजना सहित अन्य योजनाओं में कार्य अग्रसारित होता है। इस स्थिति में कृषि विभाग के योजनाओं का प्रभावित होना तय माना जा रहा है। इस अवसर पर रंजय कुमार, निर्मल साव, उदय राम, राकेश कुमार, धीरेंद्र राय, कौशल किशोर, उपेंद्र यादव, अमरेंद्र कुमार, चंदन कुमार, विनोद दास समेत दर्जनों किसान सलाहकार धरना प्रदर्शन में शामिल थे।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट।