जमुई, जिले के मौरा गांव निवासी भीम प्रसाद मेहता लगातार लंबे समय तक साइकिल चलाने का विश्व रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं। उनके द्वारा गिद्धौर के दुर्गा मंदिर प्रांगण में 105 घंटा बिना रुके साइकिल चलाने की शुरुआत की गई है। बिना खाए, बिना सोए, रात दिन लगातार साइकिल चलाकर अभी तक वह 60 घंटा से ज्यादा पूरे कर चुके हैं। 105 घंटा लगातार साइकिल चलाने का प्रण लेकर वे दुर्गा मंदिर प्रांगण में साइकिल चला रहे हैं। साइकिल चलाने के दौरान वे भूखे ही रहते हैं, केवल एनर्जी के लिए गुलकोज और पानी का सेवन करते हैं।
5 दशकों से लगातार साइकिल से यात्रा कर रहे हैं 70 वर्षीय भीम मेहता, साइकिल से ही कई राज्यों का भ्रमण कर चुके हैं।
70 वर्षीय भीम मेहता को साइकिल चलाने का जुनून उस समय सवार हुआ जब वह 18 वर्ष की उम्र के थे। अपने कुछ दोस्तों के साथ वह देवघर में मनोज कुमार की फिल्म शोर देखने पहुंचे थे। फिल्म में मनोज कुमार अपने गूंगे बच्चे के इलाज के लिए साइकिल चलाने का प्रदर्शन किया था। उसके बाद भीम मेहता को लगा कि जब वह पर्दे पर लंबे समय तक साइकिल चला सकते हैं, तो वह रियल लाइफ में क्यों नहीं सबसे ज्यादा साइकिल चलाने का रिकॉर्ड बना सकते हैं। उसके बाद से वह लगातार साइकिल चलाने का रिकॉर्ड बना रहे हैं। भीम मेहता ने बताया कि उसने अपने जीवन में सबसे अधिक 122 घंटे 17 मिनट तक साइकिल चलाई है। इसके साथ ही भीम मेहता अपनी साइकिल से ही उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, असम की यात्रा भी कर चुके हैं। अब उनका सपना है कि सबसे अधिक लंबे समय तक लगातार साइकिल चलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर ले। भीम मेहता मूल रूप से बांका के रहने वाले हैं लेकिन शादी के बाद वह अपने ससुराल मौरा में बस गए, तब से वे जमुई के ही होकर रह गए।
कुमार नेहरू कि रिपोर्ट