सिकंदरा/जमुई, एक इंसान को हम इंसान की श्रेणी में तभी रख सकते है जब उसके अंदर की इंसानियत जिंदा हो, जिस इंसान के अंदर की इंसानियत मर चुकी हो उसको इंसान कहलाने का कोई अधिकार नहीं हर इंसान के अंदर एक इंसानियत होनी चाहिए.जिससे कि वह मनुष्य का दर्द समझ सके. इंसान के परिभाषा को परिभाषित करते हुए जमुई के उन दो जांबाज पत्रकार का जिक्र करने जा रहे है जिन्होंने कल के दिन दो अनजान व्यक्ति की जिंदगी बचा सेवा भावना का मिशाल कायम किया है.
जानकारी के लिए बता दूँ जमुई जिले के तेतरिया ग्राम निवासी रोड एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल संतोष रजक के लिए देवदूत बना सिकंदरा प्रखंड के सबलबीघा ग्राम निवासी युवा पत्रकार सह रक्तवीर प्रवीण कुमार दुबे व ग्राम गोखुला-फतेहपुर निवासी ओम प्रकाश महतो के लिए जमुई निवासी पत्रकार सह जांबाज रक्तवीर कुमार नेहरू ने रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया.इस नेक कार्य हेतु संस्थान से जुड़े सहयोगियों ने दोनों पत्रकार बंधु को बधाई दिए.
बता दूँ की “प्रबोध जन सेवा संस्थान” की एक इकाई के रूप में “मानव रक्षक रक्तदाता परिवार” पूरे बिहार ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी रक्तदान ही नहीं बल्कि विभिन्न समस्या समाधान के लिए हजारों युवाओं की टोली बनाकर बगैर किसी स्वार्थ के मुसीबत में पड़े व्यक्ति की सहायता करने को हर संभव प्रयास करते आ रही है.जहाँ तक बात रही रक्तदान के क्षेत्र में सेवा देने की तो इस संगठन की सेवा रक्तदान के क्षेत्र में एक मिशाल है.संस्थान सचिव सुमन सौरभ ने बताया की हम लोग हर विपरीत स्थिति में जरूरतमंद के साथ खड़े रहने का प्रयास करते है और आगे भी यह निरंतर कार्यरत रहेगा.
प्रवीण कुमार दुबे की रिपोर्ट