सिकंदरा,ऑल इंडिया प्रेसिडेंट अवॉर्डीस एसोसिएशन (आईपा) का 13वां स्थापना दिवस ऑनलाइन वेबीनार के माध्यम से मनाया गया. ऑनलाइन वेबीनार में बिहार सहित देश के विभिन्न राज्यों के राष्ट्रपति पुरस्कार सम्मानित सदस्यों ने भाग लेकर स्थापना दिवस पर हर्ष व्यक्त करते हुए संगठन के द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की.स्थापना दिवस कार्यक्रम को लेकर आईपा के राष्ट्रीय समन्वयक राशिद जुनैद ने बताया कि संगठन का 13वां स्थापना दिवस कोविड-19 को देखते हुए देशभर में ऑनलाइन मनाया जा रहा है.
राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित ऑनलाइन वेबीनार का शुभारंभ राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक पांडेय ने स्वागत भाषण से व समापन संस्थापक विपिन सोलंकी ने धन्यवाद ज्ञापन से किया.बेबिनार के मुख्य अतिथि के तौर पर राजस्थान राज्य भारत स्काउट और गाइड के शामिल थे. वही कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम कुमार शिवम एवं संचालन राजस्थान राज्य के विष्णु कुमार एवं विकास गुर्जर के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया. कार्यक्रम में राज्य सचिव विवेक कु0आज़ाद ने अपनी बात रखते हुए,कहा कि 13 वर्षों में देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित सदस्यों को एक प्लेटफार्म पर लाकर लगभग सभी राज्यों में जिला स्तर की कमेटी गठित की गई एवं सरकार द्वारा पूर्व में घोषित योजनाएं जिसका लाभ तत्काल में नहीं मिल रहा है. उसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.
वहीं जमुई जिला समन्वयक सह-राष्ट्रपति पुरस्कृत स्काउट श्री मनीष कुमार ने कहा कि खेल एवं अन्य क्षेत्रों में पुरस्कृत युवाओं को सरकारी सेवा में जिस प्रकार से छूट दी जा रही है उस तरीके से राष्ट्रपति स्काउट गाइडों को लाभ नहीं दिया जाना सरकार के साफ तौर पर महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्वारा सम्मानित सज्जनों के साथ दोहरेपन को दर्शाता है. जिसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर रणनीति बनाने की आवश्यकता है.ताकि सरकार के समक्ष अपनी बात को रखने का काम किया जा सके. वही इसमें भारत स्काउट और गाइड के पदाधिकारियों के सहयोग से एक कमेटी का गठन करके तमाम मुद्दों पर कार्यवाही किए जाने की राय दी. वही ऑनलाइन वेबीनार में अंबिका बहल, गौरव अग्रवाल, पूजा सेन, सालिनी पांडेय, इंदिरा मीना, परमेश्वर बास्के, नमन जैन, मुकेश कुमार जोशी, मोनिका मेहरू, मनीष पांडे, कर्मा राम, उपाध्यक्ष गौरव अग्रवाल, विशाल इश्वरकर, वी० वी ० शास्त्री, रतनदीप, राकेश मेहरा ने अपनी बात रखी.
प्रवीण कुमार दुबे की रिपोर्ट