जमुई,जहां एक और कुछ जीते हुए मुखिया अपनी जीत का जश्न मना रहे हैं. वहीं कुछ ऐसे भी जीते हुए मुखिया और उनके जनप्रतिनिधि हैं जो हो बिना शपथ ग्रहण किए हुए भी जनता की सेवा में जी जान से जुट गए हैं। हम बात कर रहे हैं और इस बार अढ़सार पंचायत से नवनिर्वाचित मुखिया अफसाना खातून और उनके पति सह प्रतिनिधि शमशाद आलम कि जो लोगों की सेवा में जुट गए हैं।
उनके द्वारा अढ़सार पंचायत के आठ छठ घाटों का निरीक्षण किया गया . मुखिया प्रतिनिधि सह समाजसेवी शमशाद आलम ने सभी आठों छठ घाटों का निरीक्षण करने के बाद अपने कार्यकर्ताओं और वार्ड सदस्यों को निर्देश दिया कि महापर्व छठ को सौहार्दपूर्ण एवं शांतिपूर्ण ढंग से पंचायत में संपन्न कराना है।इस दौरान मुखिया अफसाना खातून के पति सह प्रतिनिधि शमशाद आलम द्वारा छठ घाटों पर साफ सफाई और उचित व्यवस्था के लिए निजी कोष से 5000 रू छठ कमेटी के लोगों को सहयोग राशि के रूप में प्रदान किया गया।
उन्होंने पंचायत की जनता से वादा किया कि शपथ ग्रहण करने के बाद जल्द ही सभी घाटों का पक्की करण एवं निर्माण कराएंगे .आपको बताते चलें कि समाजसेवी शमशाद आलम द्वारा लगातार पंचायत एवं जिले में समाज सेवा का कार्य किया जाता रहा है. कोरोना का हाल के दौरान शमशाद आलम ने पूरे जिले में जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाया था. 2020 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में जमुई विधानसभा से प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था. उन्होंने विधानसभा में अच्छा मत लाकर यह साबित कर दिया था की जनता एक दिन उनके साथ जरूर आएगी. आज उसी का परिणाम है कि आज अढ़सार पंचायत की जनता ने शमशाद आलम की पत्नी अफसाना खातून को भारी मतों से जीता कर मुखिया बनाया है. और मुखिया बन कर भी वह रुके नहीं है और समाज सेवा में जी जान से जुटे हुए हैं।
आज शमशाद आलम द्वारा अढ़सार पंचायत के मदराही पोखर घाट, ककवा मुसहरी घाट, चितमा घाट, कथकवा नहर का घाट, अचहरी घाट, अचहरी मंदिर घाट, लोहरा घाट, ईमृती घाट, लोहरा का निरीक्षण किया गया। इस मौके पर अढ़सार पंचायत के महेंद्र ठाकुर, संजय यादव, सीताराम पासवान, मेघन मांझी, मनोज सिंह, मंटू सिंह, विष्णु देव सिंह, कुंदन, रामाशीष यादव, मोहम्मद बहाबुद्दीन मोहम्मद अरमान, मोहम्मद राजू, साहिद, तनवीर आदि सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
कुमार नेहरू की रिपोर्ट